प्रेम करती औरतें वेश्या कैसे???
तुमने जितनी बार आंख उठाई
सुन्दर औरतों से आंख मिलाई
तुमने गर्व से कहा…
हाय मुझे पुनः प्यार हो आया
उन अनगिनत औरतों ने
जिन्हें तुमने प्यार किया
प्यार में उनके शरीर को भोगा
उनके मन शरीर पे अपने जीत कि मुहर लगाई
जब उन्होंने तुम्हरे अलावा किसी और से प्यार जताई
तुमने क्रुद्ध हो उसे वेश्या बताई
तुमने बार बार उसके प्यार को वेश्यवृत्ति ही जतलाई
मैं तुम से पूछती हूं…
तुम्हारा प्रेम, प्रेम… और
उनका प्रेम वासना कैसे???
प्रेम करती औरतें वेश्या कैसे???
~ सिद्धार्थ