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14 Sep 2020 · 1 min read

प्रेमिका

प्रेमिका

मासूम सी खिलखिलाती कोई कली हो तुम
दिल की बहारों में छायी वो दिल्लगी हो तुम

तुम्हारी वो काली घनी जुल्फों का नजारा
जिसे देखकर खो जाये ये आशिक़ आवारा

तुम्हारी प्यारी सी मुस्कान क्या गजब ढाती है
चेहरे पे हँसी और होठों पे लाली छा जाती है

चेहरे पे सादगी और सच्चाई जैसी हो तुम
चाय में घुली मिठास की प्याली हो तुम

वो माथे की बिंदी वो आँखों का काजल
वो कानों की झुमके कर देते हैं घायल

प्रेमिका बनके आयी तुम जब मेरे जीवन में
खिल गया जीवन मन तरंगों के बगियन में

तुम्हारी भोली भाली सूरत बसी है ऐसी मन में
जिंदगी भर भी ना भूले इस पूरे ही जीवन में

तुम्हारी वो नटखट अदाएँ वो अलहड़पन
मेरे हर अंश में बस गया है तेरा पागलपन

ममता रानी

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 262 Views
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