प्रीत प्रसंग .. जब तक वो नहीं है दिखती l
प्रीत प्रसंग
जब तक वो, नहीं है दिखती l
मुझे कलम, नहीं है दिखती ll
प्यास, जिंदगी ये कहे है l
जब तक वो, नहीं है आती l
मैं तेरे संग, ना रहती ll
प्यास, उषा रजनी कहे है l
जब वो तेरी, नहीं होती l
तो हम, तेरी नहीं होती ll
प्यास, समय सज सज, कहे है l
जो वो सहज, तेरी होती l
पल पल, ख़ुशी तेरी होती ll
अरविन्द व्यास “प्यास”