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18 Nov 2016 · 1 min read

प्रीत तपस्या है उसकी पर बात किसी ने कब मानी

प्रीत तपस्या है उसकी पर बात किसी ने कब मानी
विष का प्याला भी पी डाला राणा की बन कर रानी
बाँध पाँव में घुँघरू नाची इकतारा ले हाथों में
नाम जपे बस गिरधर गिरधर होकर मीरा दीवानी
डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
1 Like · 4 Comments · 953 Views
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