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4 Dec 2020 · 1 min read

प्रीति और प्यार — मुक्तक

मुक्तक
प्रीति और प्यार में हमने, सभी को अपना माना है।
जमाना जा रहा जिस और ,हमें नहीं वहां पर जाना है।
जीवन है तनिक अपना,देखते रहते यह सपना,
रहे ना दूर किसी से भी ,साथ सबका ही निभाना है।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
2 Likes · 502 Views
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