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31 May 2018 · 1 min read

दिल का रिश्ता

? ? ? ?
प्रिय जब-जब तुमको सोचूँ मैं,
महके सारे अहसास मेरे।

दूरी चाहे कितनी भी हो,
लेकिन रहते हो पास मेरे।

तुम नाम वहाँ जब लेते हो,
दिल मेरा यहाँ सुन लेता है,

ये दिल से दिल का रिश्ता है,
मन में बनके विश्वास मेरे।

? ? ? ? -लक्ष्मी सिंह ? ☺

Language: Hindi
326 Views
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