Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Aug 2017 · 1 min read

प्रार्थना

तू किस किस की सुनेगा,
बड़ी मुश्किल में होगा ।
पर तेरे सिवा कौन ,
मेरी भी अर्ज सुनेगा।
सब तुझसे मांग लेते है,
मैं क्यों संकोच करूँ !
ये संकोच न हो दर्प मेरा।
मैं भी झुकता हूँ अब
तू कर कल्याण मेरा ।

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 636 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Ranjan Goswami
View all
You may also like:
शिकवा नहीं मुझे किसी से
शिकवा नहीं मुझे किसी से
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
खुशी पाने का जरिया दौलत हो नहीं सकता
खुशी पाने का जरिया दौलत हो नहीं सकता
नूरफातिमा खातून नूरी
मासूमियत
मासूमियत
Surinder blackpen
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
Manisha Manjari
दीवारों की चुप्पी में राज हैं दर्द है
दीवारों की चुप्पी में राज हैं दर्द है
Sangeeta Beniwal
पर्यावरण-संरक्षण
पर्यावरण-संरक्षण
Kanchan Khanna
"लिख और दिख"
Dr. Kishan tandon kranti
शिक्षा दान
शिक्षा दान
Paras Nath Jha
जो गिर गिर कर उठ जाते है, जो मुश्किल से न घबराते है,
जो गिर गिर कर उठ जाते है, जो मुश्किल से न घबराते है,
अनूप अम्बर
जीवन का लक्ष्य महान
जीवन का लक्ष्य महान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
***** सिंदूरी - किरदार ****
***** सिंदूरी - किरदार ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुम इन हसीनाओं से
तुम इन हसीनाओं से
gurudeenverma198
योग दिवस पर
योग दिवस पर
डॉ.सीमा अग्रवाल
ट्रेन का रोमांचित सफर........एक पहली यात्रा
ट्रेन का रोमांचित सफर........एक पहली यात्रा
Neeraj Agarwal
लिव-इन रिलेशनशिप
लिव-इन रिलेशनशिप
लक्ष्मी सिंह
Loneliness in holi
Loneliness in holi
Ankita Patel
■ सोच कर तो देखो ज़रा...।।😊😊
■ सोच कर तो देखो ज़रा...।।😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
जाने कितने चढ़ गए, फाँसी माँ के लाल ।
जाने कितने चढ़ गए, फाँसी माँ के लाल ।
sushil sarna
मकर संक्रांति -
मकर संक्रांति -
Raju Gajbhiye
"एक नज़्म लिख रहा हूँ"
Lohit Tamta
बचपन की यादें
बचपन की यादें
प्रीतम श्रावस्तवी
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
विश्वास
विश्वास
Dr fauzia Naseem shad
*शिवाजी का आह्वान*
*शिवाजी का आह्वान*
कवि अनिल कुमार पँचोली
इंद्रवती
इंद्रवती
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
इन तन्हाइयो में तुम्हारी याद आयेगी
इन तन्हाइयो में तुम्हारी याद आयेगी
Ram Krishan Rastogi
💐प्रेम कौतुक-156💐
💐प्रेम कौतुक-156💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*खुलकर ताली से करें, प्रोत्साहित सौ बार (कुंडलिया)*
*खुलकर ताली से करें, प्रोत्साहित सौ बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
पशुओं के दूध का मनुष्य द्वारा उपयोग अत्याचार है
पशुओं के दूध का मनुष्य द्वारा उपयोग अत्याचार है
Dr MusafiR BaithA
हाथी के दांत
हाथी के दांत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...