Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Mar 2018 · 3 min read

प्राकृतिक रंगों से हो होली स्वस्थ और सुरक्षित होली

होली, रंगों भरी खुशियों का त्योहार है। इस दिन एक दूसरे पर रंग लगाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। होली का मतलब, रासायनिक रंग व कीचड़ नहीं है और ना ही पेड़ काट कर होलिका दहन करने से है। यह त्योहार खुशियों को रंगों से भरने का है। जिसे सभी अपने ढंग से मनाते हैं। अब समय के अनुसार चलने की आवश्यकता सभी को है। जिससे पर्यावरण की रक्षा के साथ ही अपना भी बचाव हो सके। अब जमाना कीचड़ पेंट व रंगों का चला गया। जिसका लोग होली में इस्तेमाल करते थे। अब सूखी होली को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसे में इस बार की होली पर्यावरण को समर्पित हो इसके लिए सूखी होली ही मनाई जाए । होली रंगो का त्योहार है और अगर रंग ही आपकी होली को बरबाद कर दे तो उससे बुरा और क्या होगा ।बाजार में कई रासायनिक कलर्स आ गए हैं जो ना सिर्फ गहरे होते हैं बल्कि उनका इस्तेमाल से हमारी त्वचा, आंखें और बालों को नुकसान पहुंचता हैं। इसके लिए सभी को रासायनिक रंगों के इस्तेमाल को बंद कर देना चाहिए। इसके इस्तेमाल से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। होली के दौरान यह बात इसीलिए भी जरूरी हो जाती है क्योंकि खराब रंगों से हमारी त्वचा और बालों को नुकसान पहुंच सकता हैं। और इतना ही आँखों को भी नुकसान पहुँचता है। इस बार हमारी होली गुलाल व प्राकृतिक रंगों से हो। जिससे पानी की बरबादी को भी रोका जा सके। प्राकृतिक रंगों के साथ होली खेलने का अपना अलग ही मजा होता है। प्राकृतिक रंगों से आपको कोई नुकसान नहीं होता है। ये आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचाने के बजाय त्वचा को अधिक कोमल बनाएंगे । आपको घर में प्राकृतिक रंगों को बनाने के लिए बाहर से कुछ सामान भी नहीं लेना होगा। इसके लिए आप रसोई में प्रयोग होने वाले कुछ सामान को लें ,हल्दी ,बेसन ,मेहंदी ,चंदन ,चुकंदर और फूलों से आप घर में ही प्राकृतिक रंग बना सकते हैं। क्यों पढ़ कर विश्वास नहीं हो रहा है न , लगता था कि हर्बल होली कल्पनाओं की चीज़ है, बड़े लोगों के चोंचले हैं। परंतु वास्तविकता यह है कि सूखी होली हमारे स्वास्थ्य ही नहीं हमारी जेब पर भी भारी नहीं पड़ता है। होली का त्यौहार रंगों से भरा हुआ होता है, जिसे पूरा देश उत्साह के साथ मनाता है, हर जगह रंगों की धूम और तरह-तरह के पकवानों की सुगंध चारों तरफ होती है, इस प्यार से भरे त्यौहार को देखते खेलते समय आपको ध्यान रखना चाहिए की आप, सुरक्षित और प्यार से खेलें, क्योंकि कई बार यदि ध्यान न रखा जाए तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है, रंग खेलने के लिए किसी से भी जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए। सहयोग से ही आनंद है, हुड़दंग में भी। हुड़दंग के मायने यह बिल्कुल भी नहीं है कि सड़कों पर तोड़-फोड़ मचाई जाए। अगर कोई प्यार से रंग लगाए तो थोड़ा विनम्र हो जाएं और सामने वाले की श्रद्धा को स्वीकारें। इससे हुड़दंग भी उल्लास से भरपूर होगा और किसी बुरे माहौल को रूप नहीं देगा । अपने प्रियजनों के साथ सुरक्षित होली खेलें और यादगार बना दें इस लम्हे को। और खिलखिलाते चेहरे से सबको कहें हैप्पी होली।
—लक्ष्मी सिंह ? ☺ होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ

Language: Hindi
Tag: लेख
366 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
बनारस की ढलती शाम,
बनारस की ढलती शाम,
Sahil Ahmad
प्यार जताने के सभी,
प्यार जताने के सभी,
sushil sarna
तुम से मिलना था
तुम से मिलना था
Dr fauzia Naseem shad
मित्र बनाने से पहले आप भली भाँति जाँच और परख लें ! आपके विचा
मित्र बनाने से पहले आप भली भाँति जाँच और परख लें ! आपके विचा
DrLakshman Jha Parimal
हुनर है झुकने का जिसमें दरक नहीं पाता
हुनर है झुकने का जिसमें दरक नहीं पाता
Anis Shah
3150.*पूर्णिका*
3150.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सावन: मौसम- ए- इश्क़
सावन: मौसम- ए- इश्क़
Jyoti Khari
*
*"परछाई"*
Shashi kala vyas
पहला प्यार
पहला प्यार
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बातों का तो मत पूछो
बातों का तो मत पूछो
Rashmi Ranjan
साथ जब चाहा था
साथ जब चाहा था
Ranjana Verma
परिवर्तन
परिवर्तन
Paras Nath Jha
*बरसे एक न बूँद, मेघ क्यों आए काले ?*(कुंडलिया)
*बरसे एक न बूँद, मेघ क्यों आए काले ?*(कुंडलिया)
Ravi Prakash
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
सत्य कुमार प्रेमी
आप और हम जीवन के सच .......…एक प्रयास
आप और हम जीवन के सच .......…एक प्रयास
Neeraj Agarwal
Sadiyo purani aas thi tujhe pane ki ,
Sadiyo purani aas thi tujhe pane ki ,
Sakshi Tripathi
गाँव की याद
गाँव की याद
Rajdeep Singh Inda
"बताया नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
करो पढ़ाई
करो पढ़ाई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
💐प्रेम कौतुक-374💐
💐प्रेम कौतुक-374💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हौसला बुलंद और इरादे मजबूत रखिए,
हौसला बुलंद और इरादे मजबूत रखिए,
Yogendra Chaturwedi
हर कोई जिंदगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है
हर कोई जिंदगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है
कवि दीपक बवेजा
इंतजार
इंतजार
Pratibha Pandey
*साथ निभाना साथिया*
*साथ निभाना साथिया*
Harminder Kaur
खंड 7
खंड 7
Rambali Mishra
मुहब्बत सचमें ही थी।
मुहब्बत सचमें ही थी।
Taj Mohammad
दिल हमारा तुम्हारा धड़कने लगा।
दिल हमारा तुम्हारा धड़कने लगा।
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मां चंद्रघंटा
मां चंद्रघंटा
Mukesh Kumar Sonkar
पथ सहज नहीं रणधीर
पथ सहज नहीं रणधीर
Shravan singh
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...