Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2017 · 1 min read

*प्राकृतिक आपदाएँ* हाइकु

हाइकु मञ्जूषा
अंक – 49
विषय:-
*****
प्राकृतिक आपदाएँ
01. आंधी
02. रेतीली आंधी
03. तूफान
04. बाढ़
05. भूकंप
06. अकाल
07. सुनामी
08. भूस्खलन
09. ज्वालामुखी
10. प्रलय (१)बढ़ी आबादी
प्रकृति की बर्बादी
जीवन हानि।

(२)रेतीली आँधी
तबाही का मंज़र
दबी सभ्यता।

(३)मन की ज्वाला
धधकते अंगारे
सिसकती भू।

(४)पड़ा अकाल
बारिश को तकते
प्यासे नयना।

(५)ईर्ष्या की आँधी
उड़ा ले चली घर
बिखरे रिश्ते।

(६)रुलाई धरा
उगल कर लावा
ज्वालामुखी ने।

(७)भूकंप कोप
कुदरती कहर
दरकी धरा
डॉ. रजनी अग्रवाल “वाग्देवी रत्ना”
संपादिका-साहित्य धरोहर
महमूरगंज, वाराणसी(मो.-9839664017)

Language: Hindi
1 Like · 469 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
View all
You may also like:
पिता संघर्ष की मूरत
पिता संघर्ष की मूरत
Rajni kapoor
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि का रचना संसार।
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि का रचना संसार।
Dr. Narendra Valmiki
मेरे पास नींद का फूल🌺,
मेरे पास नींद का फूल🌺,
Jitendra kumar
💐अज्ञात के प्रति-22💐
💐अज्ञात के प्रति-22💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
HAPPY CHILDREN'S DAY!!
HAPPY CHILDREN'S DAY!!
Srishty Bansal
रिश्तों में...
रिश्तों में...
Shubham Pandey (S P)
जो लोग अपनी जिंदगी से संतुष्ट होते हैं वे सुकून भरी जिंदगी ज
जो लोग अपनी जिंदगी से संतुष्ट होते हैं वे सुकून भरी जिंदगी ज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
इतनी मिलती है तेरी सूरत से सूरत मेरी ‌
इतनी मिलती है तेरी सूरत से सूरत मेरी ‌
Phool gufran
"दोस्ती के लम्हे"
Ekta chitrangini
प्रेम ही जीवन है।
प्रेम ही जीवन है।
Acharya Rama Nand Mandal
रूठी बीवी को मनाने चले हो
रूठी बीवी को मनाने चले हो
Prem Farrukhabadi
*देश की आत्मा है हिंदी*
*देश की आत्मा है हिंदी*
Shashi kala vyas
स्त्री का प्रेम ना किसी का गुलाम है और ना रहेगा
स्त्री का प्रेम ना किसी का गुलाम है और ना रहेगा
प्रेमदास वसु सुरेखा
कब भोर हुई कब सांझ ढली
कब भोर हुई कब सांझ ढली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नीलेश
नीलेश
Dhriti Mishra
निगाहें
निगाहें
Shyam Sundar Subramanian
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" रचना शमशान वैराग्य -  Fractional Detachment  
Atul "Krishn"
लर्जिश बड़ी है जुबान -ए -मोहब्बत में अब तो
लर्जिश बड़ी है जुबान -ए -मोहब्बत में अब तो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
धरती ने जलवाष्पों को आसमान तक संदेश भिजवाया
धरती ने जलवाष्पों को आसमान तक संदेश भिजवाया
ruby kumari
"बच्चे "
Slok maurya "umang"
कितना ठंडा है नदी का पानी लेकिन
कितना ठंडा है नदी का पानी लेकिन
कवि दीपक बवेजा
बेशक प्यार तुमसे था, है ,और शायद  हमेशा रहे।
बेशक प्यार तुमसे था, है ,और शायद हमेशा रहे।
Vishal babu (vishu)
हंसकर मुझे तू कर विदा
हंसकर मुझे तू कर विदा
gurudeenverma198
"बेहतर"
Dr. Kishan tandon kranti
2580.पूर्णिका
2580.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*अब हिंद में फहराएगा, हर घर तिरंगा (हिंदी गजल)*
*अब हिंद में फहराएगा, हर घर तिरंगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सुविचार
सुविचार
Neeraj Agarwal
हर दिन नया नई उम्मीद
हर दिन नया नई उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
* बढ़ेंगे हर कदम *
* बढ़ेंगे हर कदम *
surenderpal vaidya
Loading...