प्रभु भक्ति की राह में जो हो समर्पित
१.
प्रभु भक्ति की राह में जो हो समर्पित
निष्काम कर्म वही करता है
मानवता की राह चले जो
समाज उत्थान वही करता है
२.
कर्म राह जो हो जाए समर्पित
वही आदर्श मानव होता है
इंसानियत की राह हो जो प्रस्थित
वही देवतुल्य होता है