Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Apr 2021 · 1 min read

प्रकृति का नियम

यूं तो रहते हैं
फूल और कांटे
एक साथ
यह प्रकृति का नियम है
लेकिन मेरा दिल
फूल से भी ज्यादा कोमल है और
आत्मा कांच की देह से भी
अधिक नाजुक
मेरे ऊपर कोई प्रकृति का
नियम लागू नहीं होता
गर मुझे आजमाने की कोशिश
कोई गलती से भी कर
बैठा तो
मैं जिंदा रहूंगी
लेकिन वह मर
जायेगा।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Comment · 382 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Minal Aggarwal
View all
You may also like:
सत्य से विलग न ईश्वर है
सत्य से विलग न ईश्वर है
Udaya Narayan Singh
मोह माया ये ज़िंदगी सब फ़ँस गए इसके जाल में !
मोह माया ये ज़िंदगी सब फ़ँस गए इसके जाल में !
Neelam Chaudhary
दिल की गुज़ारिश
दिल की गुज़ारिश
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
चल फिर इक बार मिलें हम तुम पहली बार की तरह।
चल फिर इक बार मिलें हम तुम पहली बार की तरह।
Neelam Sharma
*कुछ रंग लगाओ जी, हमारे घर भी आओ जी (गीत)*
*कुछ रंग लगाओ जी, हमारे घर भी आओ जी (गीत)*
Ravi Prakash
भारी संकट नीर का, जग में दिखता आज ।
भारी संकट नीर का, जग में दिखता आज ।
Mahendra Narayan
लिखें और लोगों से जुड़ना सीखें
लिखें और लोगों से जुड़ना सीखें
DrLakshman Jha Parimal
कुडा/ करकट का संदेश
कुडा/ करकट का संदेश
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
मजदूर हैं हम मजबूर नहीं
मजदूर हैं हम मजबूर नहीं
नेताम आर सी
ज़िंदा हूं
ज़िंदा हूं
Sanjay ' शून्य'
विद्यार्थी के मन की थकान
विद्यार्थी के मन की थकान
पूर्वार्थ
जब आसमान पर बादल हों,
जब आसमान पर बादल हों,
Shweta Soni
"आंधी की तरह आना, तूफां की तरह जाना।
*Author प्रणय प्रभात*
फितरत
फितरत
Kanchan Khanna
अपना घर फूंकने वाला शायर
अपना घर फूंकने वाला शायर
Shekhar Chandra Mitra
वास्तविक मौज
वास्तविक मौज
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
उस्ताद नहीं होता
उस्ताद नहीं होता
Dr fauzia Naseem shad
मुकाम यू ही मिलते जाएंगे,
मुकाम यू ही मिलते जाएंगे,
Buddha Prakash
मेरे हर शब्द की स्याही है तू..
मेरे हर शब्द की स्याही है तू..
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"किसी के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
उम्र आते ही ....
उम्र आते ही ....
sushil sarna
आज के लिए जिऊँ लक्ष्य ये नहीं मेरा।
आज के लिए जिऊँ लक्ष्य ये नहीं मेरा।
Santosh Barmaiya #jay
💐प्रेम कौतुक-505💐
💐प्रेम कौतुक-505💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तेरा मेरा साथ
तेरा मेरा साथ
Kanchan verma
"चंदा मामा, चंदा मामा"
राकेश चौरसिया
"आओ मिलकर दीप जलायें "
Chunnu Lal Gupta
ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है
ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है
Anil Mishra Prahari
गवाह तिरंगा बोल रहा आसमान 🇧🇴
गवाह तिरंगा बोल रहा आसमान 🇧🇴
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
नूरफातिमा खातून नूरी
Loading...