प्यास पहेली .. तीन अक्षरों से, बनी मैं नारी l
प्यास पहेली
तीन अक्षरों से, बनी मैं नारी l
नारी की लिए हूँ, चाहत सारी ll
गम भले बड़े बड़े, नामी नामी l
पर करनी पड़े है, सहज सलामी ll
संकेत १, २
राजा, धनी, गुंडे, रखे यह शोक l
गाना भी गाना, बड़ी बड़ी रोक ll
संकेत ३
अब भी न समझे, बुद्धिमान नामी l
गुनगुना कर दूँ हूँ, तुम्हे सलामी ll
अरविन्द व्यास “प्यास”