*** प्यार सभी को करने दो***
प्यार के लिए बना यह जीवन।
प्यार सभी को करने दो।
दिल से जिसको जो है चाहता ।
साथ उसी के रहने दो ।।
बार बार क्यों उन्हें टोंकते ।
आते जाते काहे रोकते।
दिल उनके जब मिल चुके तो।
दिल दरिया में बहने दो ।।
तड़पाओगे तरसोगे ।
आखिर क्या मिल पाएगा ।
बन जाएगा घरौंदा उनका भी।
उसी में उनको रहने दो ।।
नदियां बह सागर में मिलती ।
यही तो उनकी मंजिल है।।
रोके ना रुके नीर तो।
निज पथ पर उसे बहने दो।।
प्रकृति का वरदान मिला ।
प्राण सभी ने पाए हैं ।।
सबका अपना अपना कुनबा ।
अपने कुनबे में ही रहने दो।।
अनुनय निर्मल प्यार के रिश्ते।
एक दूजे का साथ मिले।
विरह की अगन खूब जलाती।
किसी को ना इसमें जलने दो।।
राजेश व्यास अनुनय