Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2021 · 1 min read

प्यार की भाषा

तुम्हें लगता है मैं, इंग्लिश-हिंदी अच्छी बोलता हूँ ।
कुछ नही मैं वस अपनी जरूरत बोलता हूँ ।।

तुम खुश हो मेरी जुवान को, अपने झुण्ड से जोड़कर ।
मगर मैं तुम्हारे लिए नही, अपने लिए बोलता हूँ ।।

छोटी-बड़ी या बड़ी-छोटी जुवान का मसला ही नही ।
तुम्हें समझाने के लिए, मैं तुम्हारी जुवान बोलता हूँ ।।

गाँव-शहर, अनपढ़-पढ़ेलिखे के अल्फ़ाज़ नही ।
तुम्हारे दिल में जो उतरे, मैं वही भाषा बोलता हूँ ।।

उधेड़ बुन का झंझट नही ना तुम्हारी नाराजगी की परवाह ।
तुम्हें अच्छा लगे ना लगे, मैं गुलामी की भाषा नही बोलता हूँ ।।

ध्यान दो मेरी जरूरत पर, मेरी भाषा पर नही ।
पूरी करो मेरी जरूरत, मैं तुमसे जो बोलता हूँ ।।

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 374 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
View all
You may also like:
बाट का बटोही कर्मपथ का राही🦶🛤️🏜️
बाट का बटोही कर्मपथ का राही🦶🛤️🏜️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
*तन्हाँ तन्हाँ  मन भटकता है*
*तन्हाँ तन्हाँ मन भटकता है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
माशा अल्लाह, तुम बहुत लाजवाब हो
माशा अल्लाह, तुम बहुत लाजवाब हो
gurudeenverma198
लोग एक दूसरे को परखने में इतने व्यस्त हुए
लोग एक दूसरे को परखने में इतने व्यस्त हुए
ruby kumari
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
Shyam Sundar Subramanian
नित्य प्रार्थना
नित्य प्रार्थना
Dr.Pratibha Prakash
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
Neelam Sharma
#दोहे
#दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
बंदरा (बुंदेली बाल कविता)
बंदरा (बुंदेली बाल कविता)
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
गैर का होकर जिया
गैर का होकर जिया
Dr. Sunita Singh
2382.पूर्णिका
2382.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
संकल्प
संकल्प
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Kabhi kabhi
Kabhi kabhi
Vandana maurya
मै पैसा हूं मेरे रूप है अनेक
मै पैसा हूं मेरे रूप है अनेक
Ram Krishan Rastogi
पागल बना दिया
पागल बना दिया
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
?????
?????
शेखर सिंह
* रामचरितमानस का पाठ*
* रामचरितमानस का पाठ*
Ravi Prakash
■ आज का शेर...
■ आज का शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
अश्रुऔ की धारा बह रही
अश्रुऔ की धारा बह रही
Harminder Kaur
"बुराई की जड़"
Dr. Kishan tandon kranti
रुलाई
रुलाई
Bodhisatva kastooriya
उठ वक़्त के कपाल पर,
उठ वक़्त के कपाल पर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"काफ़ी अकेला हूं" से "अकेले ही काफ़ी हूं" तक का सफ़र
ओसमणी साहू 'ओश'
"किसान"
Slok maurya "umang"
*दो स्थितियां*
*दो स्थितियां*
Suryakant Dwivedi
निलय निकास का नियम अडिग है
निलय निकास का नियम अडिग है
Atul "Krishn"
......तु कोन है मेरे लिए....
......तु कोन है मेरे लिए....
Naushaba Suriya
तोड़कर दिल को मेरे इश्क़ के बाजारों में।
तोड़कर दिल को मेरे इश्क़ के बाजारों में।
Phool gufran
Loading...