मुहब्बत का ताजमहल
चाह नहीं है अरमानों की
नहीं है हसरत उड़ानों की
प्यार की एक नजर हो
अरमानों का हमसफर हो
अगर नहीं भी चाहोगे
तो हमसे क्या लोगे
दिल से अगर चाहोगे
दिल पर हुकूमत करोगे
मेरी यह फितरत नहीं है
ताजमहल की चाहत नहीं है
दिल पर तुम्हारे
अगर असर हो गया
समझ लो ताजमहल
मयस्सर हो गया