Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jun 2020 · 1 min read

प्यारी बेटियाँ

स्वर्ग से उतरी परी हैं बेटियाँ
पुष्पों की पंखुरी है बेटियाँ।
जहाँ नहीं बिटिया का वास
वहाँ न खुशियों का आवास।

पावन दुर्गा माँ हैं बेटियाँ
हर परिवार की जां हैं बेटियाँ।
जहाँ नहीं है बेटी मौजूद
वहाँ नहीं है सुख का वज़ूद।

पावन गंगा जल है बेटियाँ
निर्मल निश्छल मन हैं बेटियाँ।
जहाँ न बेटी की किलकारी
वहाँ नहीं टिकती खुशहाली।

अमृत की बुंदियाँ हैं बेटियाँ
नयनों की निंदिया हैं बेटियाँ।
जहाँ नहीं है उनको आज़ादी
निश्चित उस घर की है बर्बादी।

तुलसी की क्यारी है बेटियाँ
घर की फुलवारी हैं बेटियाँ।
जहाँ न इनकी खिलखिलाहट
समझो है विनाश की आहट।

नष्ट करने की न चीज़बेटियाँ
घर भर की तहज़ीब हैं बेटियाँ
बेटी है शुभ प्रत्यक्ष या परोक्ष
बेटी बिना न मिलता मोक्ष।

यूं ही कोई न व्यर्थ बेटियाँ
अब न सहेंगी अनर्थ बेटियाँ।
जिसने कोख में मारी बेटी
समझो अपनी खुशियाँ मेटीं।

पूजा घर की महक बेटियाँ
घर भर की हैं चहक बेटियाँ।
ले लो तुम इनका आशीष
चरणन इनके नवाओ शीश।

रंजना माथुर
अजमेर (राजस्थान )
मेरी स्वरचित व मौलिक रचना
©

Language: Hindi
4 Likes · 286 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"मुशाफिर हूं "
Pushpraj Anant
हर बला से दूर रखता,
हर बला से दूर रखता,
Satish Srijan
हम उलझते रहे हिंदू , मुस्लिम की पहचान में
हम उलझते रहे हिंदू , मुस्लिम की पहचान में
श्याम सिंह बिष्ट
"दिल्लगी"
Dr. Kishan tandon kranti
*.....उन्मुक्त जीवन......
*.....उन्मुक्त जीवन......
Naushaba Suriya
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुझे मुझसे हीं अब मांगती है, गुजरे लम्हों की रुसवाईयाँ।
मुझे मुझसे हीं अब मांगती है, गुजरे लम्हों की रुसवाईयाँ।
Manisha Manjari
" जलाओ प्रीत दीपक "
Chunnu Lal Gupta
जो उमेश हैं, जो महेश हैं, वे ही हैं भोले शंकर
जो उमेश हैं, जो महेश हैं, वे ही हैं भोले शंकर
महेश चन्द्र त्रिपाठी
हिम्मत और महब्बत एक दूसरे की ताक़त है
हिम्मत और महब्बत एक दूसरे की ताक़त है
SADEEM NAAZMOIN
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते
Prakash Chandra
कीमत
कीमत
Paras Nath Jha
देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर ।
देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर ।
Arvind trivedi
माशा अल्लाह, तुम बहुत लाजवाब हो
माशा अल्लाह, तुम बहुत लाजवाब हो
gurudeenverma198
*भ्राता (कुंडलिया)*
*भ्राता (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तुझे स्पर्श न कर पाई
तुझे स्पर्श न कर पाई
Dr fauzia Naseem shad
व्यंग्य क्षणिकाएं
व्यंग्य क्षणिकाएं
Suryakant Dwivedi
यहां कोई बेरोजगार नहीं हर कोई अपना पक्ष मजबूत करने में लगा ह
यहां कोई बेरोजगार नहीं हर कोई अपना पक्ष मजबूत करने में लगा ह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सफ़ीना छीन कर सुनलो किनारा तुम न पाओगे
सफ़ीना छीन कर सुनलो किनारा तुम न पाओगे
आर.एस. 'प्रीतम'
जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य जन्मोत्सव
जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य जन्मोत्सव
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मनुष्य जीवन - एक अनसुलझा यक्ष प्रश्न
मनुष्य जीवन - एक अनसुलझा यक्ष प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
मन को कर देता हूँ मौसमो के साथ
मन को कर देता हूँ मौसमो के साथ
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
💐प्रेम कौतुक-309💐
💐प्रेम कौतुक-309💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सुरसरि-सा निर्मल बहे, कर ले मन में गेह।
सुरसरि-सा निर्मल बहे, कर ले मन में गेह।
डॉ.सीमा अग्रवाल
😊चुनावी साल😊
😊चुनावी साल😊
*Author प्रणय प्रभात*
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
Abhishek prabal
रिश्ता ये प्यार का
रिश्ता ये प्यार का
Mamta Rani
वह
वह
Lalit Singh thakur
Loading...