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29 Aug 2021 · 1 min read

छेड़ी तान

मेरा तन भी नाचे
मेरा मन भी नाचे
सुनकर मुरली धुन
राधा रानी भी नाचे

कान्हा ने छेडी तान
राधा न अपनी सुध
झुम के मन भी नाचे
मतवाले को न सुध

नदियाँ किनारे बैठे
नटखट मोर गोपाल
पोरी- पोरी है मटके
सुन मुरली धुन राधा

राधा के मन को भाए
है नटखट माखनचोर
पास न आए दूर जाए
मुरली बजाय माखनचोर

राधा हो गई है दीवानी
दुनिया है ताने मारती
तुम बिन मोहे कौन है
कान्हा की हुई दीवानी
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 355 Views
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