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8 Feb 2017 · 1 min read

पीली सरसों

पीली सरसों

बिहँस उठी
पंख पसार कर
पीली सरसों

इठलातीं है
नवल किसलय
तितली मन

फैला कुहरा
दिनकर ठहरा
ऋतु बसन्त

©राम केश मिश्र

Language: Hindi
335 Views
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