Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jul 2021 · 1 min read

पिरामिड कविता- जौ कया हो रऔ

पिरामिड कविता- ‘जौ कया हो रऔ’

जौ
कया
हो रऔ
असाढ़ भी
सूकौ जा रऔ।
काय तरसात,
ऊपरवारौ पानू
नैंक नइ बरसात,
किसान भूकौ मरो जात,
कछु खां कोरोना चाट जात।
जा भोरी जनता अब का करे,
सुख से तनकउ जी नइ पात।।
****

-राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com

****************************

Language: Hindi
174 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वेलेंटाइन डे समन्दर के बीच और प्यार करने की खोज के स्थान को
वेलेंटाइन डे समन्दर के बीच और प्यार करने की खोज के स्थान को
Rj Anand Prajapati
मूल्य वृद्धि
मूल्य वृद्धि
Dr. Pradeep Kumar Sharma
।। गिरकर उठे ।।
।। गिरकर उठे ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
निरंतर खूब चलना है
निरंतर खूब चलना है
surenderpal vaidya
नीची निगाह से न यूँ नये फ़ित्ने जगाइए ।
नीची निगाह से न यूँ नये फ़ित्ने जगाइए ।
Neelam Sharma
"तलाश"
Dr. Kishan tandon kranti
राम दर्शन
राम दर्शन
Shyam Sundar Subramanian
गौरवशाली भारत
गौरवशाली भारत
Shaily
दिल का दर्द💔🥺
दिल का दर्द💔🥺
$úDhÁ MãÚ₹Yá
जरूरत
जरूरत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
क्षितिज के उस पार
क्षितिज के उस पार
Suryakant Dwivedi
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
VINOD CHAUHAN
सुना है सपने सच होते हैं।
सुना है सपने सच होते हैं।
Shyam Pandey
#वंदन_अभिनंदन
#वंदन_अभिनंदन
*Author प्रणय प्रभात*
,,,,,,,,,,?
,,,,,,,,,,?
शेखर सिंह
ज्ञान का अर्थ
ज्ञान का अर्थ
ओंकार मिश्र
🌸हास्य रस घनाक्षरी🌸
🌸हास्य रस घनाक्षरी🌸
Ravi Prakash
देश के वासी हैं
देश के वासी हैं
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
Kumar lalit
सुर्ख चेहरा हो निगाहें भी शबाब हो जाए ।
सुर्ख चेहरा हो निगाहें भी शबाब हो जाए ।
Phool gufran
हाथ में उसके हाथ को लेना ऐसे था
हाथ में उसके हाथ को लेना ऐसे था
Shweta Soni
3142.*पूर्णिका*
3142.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*जय माँ झंडेया वाली*
*जय माँ झंडेया वाली*
Poonam Matia
भ्रष्टाचार और सरकार
भ्रष्टाचार और सरकार
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
" भाषा क जटिलता "
DrLakshman Jha Parimal
हम भी अगर बच्चे होते
हम भी अगर बच्चे होते
नूरफातिमा खातून नूरी
💐अज्ञात के प्रति-122💐
💐अज्ञात के प्रति-122💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मैं पतंग, तु डोर मेरे जीवन की
मैं पतंग, तु डोर मेरे जीवन की
Swami Ganganiya
दर्द आँखों में आँसू  बनने  की बजाय
दर्द आँखों में आँसू बनने की बजाय
शिव प्रताप लोधी
हुकुम की नई हिदायत है
हुकुम की नई हिदायत है
Ajay Mishra
Loading...