पिया बावरा…
मोरा मन काहे माने ना,
पिया बावरा रे पिया बावरा रे…
अखियन से काहे तुने प्रेम पिलाया,
मीरा सी बनके जोगन … बन – बन में नाचू,
रीत यहीं सदा मन में बसाई,
तेरी भई हूँ में पर तू ही जाने…
छुप-छुप के निहारूँ तेरा रूप सलोना,
नैन मिलाये जब तू मन मोरा काँपे,
कासे कहूँ तुझसेे … तेरे प्रीत की प्यासी,
चिलमन मेरी हरपल, तेरे दरस को तरसी…
तू ही समझ ले मेरे मौन की भासा,
दूर ना रह तू, पास आ जरासा…
मन बावरा रे ..मेरा मन बावरा..
पिया बावरा रे…पिया बावरा….
#sapnaks