Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Apr 2018 · 1 min read

पिता

रिश्तो का मिठास सबन्ध है
पिता परिवार का गृह बंधन है ।

परिवार की हिम्मत और आस है
पिता एक उम्मीद और विश्वास है ।

पिता नारियल जैसा कठोर और अंदर से नर्म है
ह्रदय में दफन और अंदर से मर्म है ।

बचपन की गलियों में याद दिलाने वाला उजला है
बुढ़ापे में गीत गुंजन वाला तबला है ।

पिता जिम्दारियों से लदी गाड़ी का सारथी है ,,
सबको बराबर हक मिले वो महारथी है ।

रात दिन एक करने का कमरकस फटा बनियान है
बच्चों का विकास प्रतिदिन यही उसका ध्यान है

संघर्षों के मैदान में आंधियों में खड़े हौसलों की दीवार है ,,
वो ताबड़तोड़ परेशानियों से लड़ने की दो धारी तलवार है ।

पिता जीवन के खेत में चलने वाला हल है ,,,
जिंदगी के दरमियान में सबल है ।

बचपनापन की चादर में धूम मचाने वाला वो एक खिलौना है
नींद लगे तो पेट पर सुलाने वाला बिछोना है ।

पिता दाल आटा खून पसीने की जाली है
सब सदस्य को सुख चैन का भोजन मिले वो एक थाली है ।

पिता माँ के चाँद का सुहागन मुखड़ा है ,
हंसी ख़ुशी खूबसूरत लम्हे का टुकड़ा है ।

पालकर एक कली को देता जीवनदान है ,,

बढ़ा कर ,भारी मन से देता
दुसरे की खुशीयो का कन्यादान है ।

✍प्रवीण शर्मा ताल
स्वरचित कापीराइट कविता
त्तहसील ताल जिला रतलाम
दिनांक 26 /04/2018

Language: Hindi
422 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आलसी व्यक्ति
आलसी व्यक्ति
Paras Nath Jha
अगर मेरी मोहब्बत का
अगर मेरी मोहब्बत का
श्याम सिंह बिष्ट
उदासी
उदासी
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
हे ईश्वर किसी की इतनी भी परीक्षा न लें
हे ईश्वर किसी की इतनी भी परीक्षा न लें
Gouri tiwari
कविता
कविता
Rambali Mishra
न काज़ल की थी.......
न काज़ल की थी.......
Keshav kishor Kumar
डॉ. नगेन्द्र की दृष्टि में कविता
डॉ. नगेन्द्र की दृष्टि में कविता
कवि रमेशराज
यादों के गुलाब
यादों के गुलाब
Neeraj Agarwal
सम्राट कृष्णदेव राय
सम्राट कृष्णदेव राय
Ajay Shekhavat
वोटों की फसल
वोटों की फसल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
उस दिन पर लानत भेजता  हूं,
उस दिन पर लानत भेजता हूं,
Vishal babu (vishu)
विषय मेरा आदर्श शिक्षक
विषय मेरा आदर्श शिक्षक
कार्तिक नितिन शर्मा
आपके आसपास
आपके आसपास
Dr.Rashmi Mishra
🌹हार कर भी जीत 🌹
🌹हार कर भी जीत 🌹
Dr Shweta sood
everyone run , live and associate life with perception that
everyone run , live and associate life with perception that
पूर्वार्थ
चवन्नी , अठन्नी के पीछे भागते भागते
चवन्नी , अठन्नी के पीछे भागते भागते
Manju sagar
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
Neelam Sharma
.*यादों के पन्ने.......
.*यादों के पन्ने.......
Naushaba Suriya
कँहरवा
कँहरवा
प्रीतम श्रावस्तवी
कभी सुलगता है, कभी उलझता  है
कभी सुलगता है, कभी उलझता है
Anil Mishra Prahari
■ अमर बलिदानी तात्या टोपे
■ अमर बलिदानी तात्या टोपे
*Author प्रणय प्रभात*
*कांच से अल्फाज़* पर समीक्षा *श्रीधर* जी द्वारा समीक्षा
*कांच से अल्फाज़* पर समीक्षा *श्रीधर* जी द्वारा समीक्षा
Surinder blackpen
धन्यवाद बादल भैया (बाल कविता)
धन्यवाद बादल भैया (बाल कविता)
Ravi Prakash
मर्यादा और राम
मर्यादा और राम
Dr Parveen Thakur
ये
ये
Shweta Soni
रिश्तों के
रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
2750. *पूर्णिका*
2750. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सब कुछ बदल गया,
सब कुछ बदल गया,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
निगाहें मिलाके सितम ढाने वाले ।
निगाहें मिलाके सितम ढाने वाले ।
Phool gufran
"लाभ के लोभ"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...