Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Aug 2019 · 1 min read

पावस की रात

शुन्य हृदय में प्रेम की,गहन जलद बरसात।
गहन अँधेरा कर गयी, पावस की यह रात।।

झुलस रही हूँ अग्नि-सी, बढ़ा दिया संताप।
मुझ विरहण को यूँ लगे, दिया किसी ने श्राप।।
शोक-गीत गाने लगे, जुगनू एक जमात।
गहन अँधेरा कर गयी, पावस की यह रात।।

घिरी याद की बदलियाँ, नस-नस बढ़ती पीर।
नवल मेघ जल बिन्दु से, नयन भरे हैं नीर।
छेड़े बिजुरी को कभी, करे घटा से बात।
गहन अँधेरा कर गयी, पावस की यह रात।।

रोम-रोम बेसुध पड़ा,अंतस भर कर शोर।
कठिन प्रलय की रात यह, कैसे होगी भोर।।
चाँद सितारे छुप गये, सिसक रहे जज्बात ।
गहन अँधेरा कर गयी, पावस की यह रात।।

शुन्य हृदय में प्रेम की,गहन जलद बरसात।
गहन अँधेरा कर गयी, पावस की यह रात।।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

1 Like · 2 Comments · 336 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
अलग सी सोच है उनकी, अलग अंदाज है उनका।
अलग सी सोच है उनकी, अलग अंदाज है उनका।
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
चुनिंदा अश'आर
चुनिंदा अश'आर
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अभाव और कमियाँ ही हमें जिन्दा रखती हैं।
अभाव और कमियाँ ही हमें जिन्दा रखती हैं।
पूर्वार्थ
वोटर की लाटरी (हास्य कुंडलिया)
वोटर की लाटरी (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
Mujhe laga tha ki meri talash tum tak khatam ho jayegi
Mujhe laga tha ki meri talash tum tak khatam ho jayegi
Sakshi Tripathi
ख्वाब हो गए हैं वो दिन
ख्वाब हो गए हैं वो दिन
shabina. Naaz
गीत
गीत
Shiva Awasthi
कवित्त छंद ( परशुराम जयंती )
कवित्त छंद ( परशुराम जयंती )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
शुद्धता का नया पाठ / MUSAFIR BAITHA
शुद्धता का नया पाठ / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मां तुम बहुत याद आती हो
मां तुम बहुत याद आती हो
Mukesh Kumar Sonkar
इन टिमटिमाते तारों का भी अपना एक वजूद होता है
इन टिमटिमाते तारों का भी अपना एक वजूद होता है
ruby kumari
बेशर्मी के कहकहे,
बेशर्मी के कहकहे,
sushil sarna
"दुखती रग.." हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
किसी की किस्मत संवार के देखो
किसी की किस्मत संवार के देखो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
गठबंधन INDIA
गठबंधन INDIA
Bodhisatva kastooriya
💐प्रेम कौतुक-160💐
💐प्रेम कौतुक-160💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
🇮🇳 🇮🇳 राज नहीं राजनीति हो अपना 🇮🇳 🇮🇳
🇮🇳 🇮🇳 राज नहीं राजनीति हो अपना 🇮🇳 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जिंदा है धर्म स्त्री से ही
जिंदा है धर्म स्त्री से ही
श्याम सिंह बिष्ट
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
इन तन्हाइयो में तुम्हारी याद आयेगी
इन तन्हाइयो में तुम्हारी याद आयेगी
Ram Krishan Rastogi
जितना रोज ऊपर वाले भगवान को मनाते हो ना उतना नीचे वाले इंसान
जितना रोज ऊपर वाले भगवान को मनाते हो ना उतना नीचे वाले इंसान
Ranjeet kumar patre
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
Tushar Jagawat
महाराणा प्रताप
महाराणा प्रताप
Satish Srijan
एक नज़्म - बे - क़ायदा
एक नज़्म - बे - क़ायदा
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नववर्ष पर मुझको उम्मीद थी
नववर्ष पर मुझको उम्मीद थी
gurudeenverma198
वो मुझे
वो मुझे "चिराग़" की ख़ैरात" दे रहा है
Dr Tabassum Jahan
हे देश के जवानों !
हे देश के जवानों !
Buddha Prakash
याद रहे कि
याद रहे कि
*Author प्रणय प्रभात*
"सुरेंद्र शर्मा, मरे नहीं जिन्दा हैं"
Anand Kumar
Loading...