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14 Feb 2017 · 1 min read

पावन प्रेम …

प्रेम पाकीजा सा इस रिस्ते को सुनो बदनाम कभी मत करना,
प्रीत की जीत जैसी उलझन में खुद को गुमनाम कभी मत करना।
चंद ख्वाबो के लिए हारो न अपने अरमान को तो मारो न,
पास हो दर्द लाख इस जग में मरने का काम कभी मत करना ।।

संदीप यादव (Zo Zo)
आजमगढ़

Language: Hindi
251 Views
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