Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2018 · 2 min read

पापा,मुझे मत मारो। (गर्भ मे एक बेटी का दर्द)

एक बाप अपने बेटी की गर्भ में हत्या कराना चाहता है तो सुनिए उस बेटी के मुख से क्या निकलता है “ पापा मुझे मत मारो, मै भी तो आपके इस प्यारे परिवार रूपी बगीचे का एक फूल ही तो हु, भले ही आप मुझे नही चाहते तो कोई नही पापा जरा सोचिये पापा, जैसे मै अपने पैरो पर चलना सीख जाउंगी सबसे पहले मै ही अपने इन नन्हे नन्हे हाथो से आपके लिए दौड़ कर मै ही पानी लाउंगी पापा, आप को जब कोई जरूरत होगी सबसे पहले मै ही आपके दुःख में हाथ बटाउंगी पापा, अप मुझे भले ही मुझे अपनी परी नही बनाकर रखना चाहते है कोई नही पापा, मै तो अपने जीवन के बदले आपसे कभी कुछ न मागूगी और न ही कोई ऐसी इच्छा भी रखुगी जिससे आपको कोई तकलीफ हो, मै तो आप लोगो के लिए जीवन भर सेवा धर्म निभाउंगी, जब तक आपके पास रहूंगी आपको तकलीफ नही आने दूंगी और ससुराल में जाने के बाद भी आपके मान मर्यादा को मै ही आगे हमेसा बढ़ाउंगी पापा, और जब कोई तकलीफ हो पापा मुझे एक बार पुकार लेना मै कही भी रहू दौड़ी चली आउंगी पापा, बस आप मुझे इस दुनिया में आने दो, मुझे आप एक जीवन देंगे और फिर मैं आपके दिए इस जीवन से आपका हमेसा मान बढ़ाउंगी पापा”

भले ही उपरोक्त बाते काल्पनिक हो सकती है लेकिन एक बेटी अपने पूरे जीवन में हमेसा त्यागभाव से सदैव दुसरो की सेवा में तत्पर रहती है

इसलिए हर माता पिता को अपने बेटे और बेटी में कोई फर्क न करते हुए अपनी बेटियों को भी जीवन जीने का अधिकार देना चाहिए और बेटियों को भी शिक्षा जरुर दिलानी चाहिए क्यूकी जब एक बेटी पढ़ती है तो दो परिवार मजबूत होते है,इसलिए भेदभाव बंद करहमे बेटियो को भी जिंदगी मे खुशी दे।

Language: Hindi
Tag: लेख
782 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
भगवान का शुक्र है आपका कोई पैगाम तो आया।
भगवान का शुक्र है आपका कोई पैगाम तो आया।
Surinder blackpen
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
किसी का खौफ नहीं, मन में..
किसी का खौफ नहीं, मन में..
अरशद रसूल बदायूंनी
।। निरर्थक शिकायतें ।।
।। निरर्थक शिकायतें ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
*कभी पहाड़ों पर जाकर हिमपात न देखा क्या देखा (मुक्तक)*
*कभी पहाड़ों पर जाकर हिमपात न देखा क्या देखा (मुक्तक)*
Ravi Prakash
■ अप्रैल फ़ूल
■ अप्रैल फ़ूल
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-284💐
💐प्रेम कौतुक-284💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
लक्ष्मी सिंह
जहाँ खुदा है
जहाँ खुदा है
शेखर सिंह
दिल साफ होना चाहिए,
दिल साफ होना चाहिए,
Jay Dewangan
डर - कहानी
डर - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हरे! उन्मादिनी कोई हृदय में तान भर देना।
हरे! उन्मादिनी कोई हृदय में तान भर देना।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
Kabhi jo dard ki dawa hua krta tha
Kabhi jo dard ki dawa hua krta tha
Kumar lalit
कोरोना :शून्य की ध्वनि
कोरोना :शून्य की ध्वनि
Mahendra singh kiroula
#मायका #
#मायका #
rubichetanshukla 781
आपकी आहुति और देशहित
आपकी आहुति और देशहित
Mahender Singh
अंबेडकर की रक्तहीन क्रांति
अंबेडकर की रक्तहीन क्रांति
Shekhar Chandra Mitra
चुनौती हर हमको स्वीकार
चुनौती हर हमको स्वीकार
surenderpal vaidya
ये मतलबी दुनिया है साहब,
ये मतलबी दुनिया है साहब,
Umender kumar
सुवह है राधे शाम है राधे   मध्यम  भी राधे-राधे है
सुवह है राधे शाम है राधे मध्यम भी राधे-राधे है
Anand.sharma
पाला जाता घरों में, वफादार है श्वान।
पाला जाता घरों में, वफादार है श्वान।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
माँ शारदे
माँ शारदे
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कैसे हमसे प्यार करोगे
कैसे हमसे प्यार करोगे
KAVI BHOLE PRASAD NEMA CHANCHAL
जिंदगी जीने का सबका अलग सपना
जिंदगी जीने का सबका अलग सपना
कवि दीपक बवेजा
हवाओं पर कोई कहानी लिखूं,
हवाओं पर कोई कहानी लिखूं,
AJAY AMITABH SUMAN
"ढिठाई"
Dr. Kishan tandon kranti
खुशबू बनके हर दिशा बिखर जाना है
खुशबू बनके हर दिशा बिखर जाना है
VINOD CHAUHAN
तितली संग बंधा मन का डोर
तितली संग बंधा मन का डोर
goutam shaw
प्रेम पाना,नियति है..
प्रेम पाना,नियति है..
पूर्वार्थ
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...