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1 Jul 2021 · 4 min read

पहली नजर में प्यार

बचपन जब जवानी की दहलीज पर कदम रखती है ,तब दुनिया बड़ी ही खुबसूरत और अलग ही नजर आती है ,
नंदिनी फर्स्ट इयर की छात्रा बनारस में रहती है ,उसका दाखिला दिल्ली के कॉलेज में हो जाता है I अब उसे कॉलेज के लिए दिल्ली शिफ्ट होना था I नंदिनी के लिए एक नया अनुभव नया शहर अब कुछ नया था I नंदिनी बहुत ही उत्साहित थी I कल दिल्ली की टिकट है सब तैयारी हो गई कल की फ्लाईट लेकर नंदिनी बनारस से दिल्ली पहुँच गई I
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अभी नंदिनी के लिए दिल्ली में सब नया था I नए दोस्त ,नए लोग सब कुछ नया I दिल्ली में नंदिनी अपने रिश्तेदार के घर पर रुकी थी I यहाँ से कॉलेज पास था ,कल कॉलेज का पहला दिन था I अगले दिन नंदिनी जल्दी उठ जाती है ,जल्दी से कॉलेज के लिए तैयार होती है I पहला दिन है इसलिए लेट नहीं होना चाहती I ठीक 10 बजे नंदिनी अपने नए कॉलेज में पहुँच जाती है I सभी नए दोस्त मिलकर अच्छा लगता है I खुशी से नंदिनी की दोस्ती हो जाती है ,दोनों एक ही दिन में अच्छी दोस्त बन जाती हैं I
खुशी –नंदिनी क्या तुम्हें कभी प्यार हुआ है ?
नंदिनी –नहीं यार ,कभी इस बारे में सोचा नहीं ,अभी तो पढ़ने के दिन हैं I
ख़ुशी –नंदिनी तुम बातें बहुत अच्छी करती हो ,अच्छा बताओ अगर तुम्हें किसी लड़के से प्यार हो गया तो क्या करोगी I
नंदिनी –खुशी छोड़ो भी ये सब बातें ,मुझे इन बातों में नहीं पड़ना I
दोनों हँसने लगती हैं I और लाइब्रेरी की तरफ चल देती हैं I
तभी अचानक नंदिनी रोहित से टकरा जाती है I नंदिनी की किताबें और रोहित की किताबें फर्श पर गिर जाती हैं I नंदिनी अपनी किताबें उठाने जैसे ही झुकती है ,रोहित के टकरा जाती है I दोनों एक दूसरे को देखकर मुस्कुराने लगते हैं I
रोहित भी फर्स्ट इयर का छात्र है I और कॉलेज का सबसे सुन्दर और आकर्षित लड़का I
नंदिनी रोहित को टकटकी लगाकर देखती ही रह जाती है I रोहित नंदिनी की आँखों के आगे अपनी उँगलियों को घुमाता है I हेल्लो –हेल्लो क्या हो गया I
नंदिनी –ओह कुछ नहीं सॉरी सॉरी मेरी गलती थी आपकी सारी किताबें गिर गई I मैं उठा देती हूँ I
रोहित –कोई बात नहीं मैं उठा लूंगा मेरी तरफ से आपको भी सॉरी मैंने भी नहीं देखा और आपसे टकरा गया I
दोनों एक दूसरे को सॉरी बोलते हुए फिर मुस्कुराने लगते हैं I
रोहित –हाय मैं रोहित फर्स्ट इयर का स्टूडेंट और आप ,
नंदिनी –हाय रोहित में नंदिनी में भी फर्स्ट इयर की स्टूडेंट हूँ I
दोनों काफी देर तक बातें करते हैं I ओए एक दूसरे को अपना परिचय देते हैं I
नंदिनी कॉलेज से घर आती है ,आज बहुत थक गई थी I लेकिन आज उसके साथ आज कुछ अलग ही हो रहा था I उसे बार –बार रोहित की बातें उससे टकराना यही याद आ रहा था I क्या था ये ?
क्या ये प्यार तो नहीं ?नंदिनी को रोहित से पहली नजर में ही प्यार हो गया था I
अब नंदिनी रोहित से घंटों बातें करती I नंदिनी रोहित को पसंद करती थी पर नंदिनी को नहीं पता था रोहित के दिल में क्या है ?
नंदिनी रोहित को बताना चाहती थी अपने दिल की बातें I पर उससे पहले रोहित के दिल की भी बात जानना चाहती थी I
सोचा इसमें खुशी की मदद ली जाए I नंदिनी ख़ुशी से बातों बातों में रोहित के बारे में पूछती है I
खुशी रोहित को बहुत पहले से जानती थी I नंदिनी ने खुशी को सब बता दिया I अब तो खुशी उसे चिढ़ाने लगी अच्छा जी अब तुम्हें प्यार भी हो गया तुमने तो कहा था I
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नंदिनी अब छोड़ो उन बातों को अब मेरी मदद करो मुझे रोहित के दिल की बातें जाननी है I अच्छा जी तुमने कहा है तो हम तुम्हारी मदद जरुर करेंगे I
नंदिनी और रोहित के बीच बातों का सिलसिला यूँ ही चलता रहा I
खुशी ने कहा नंदिनी – रोहित बहुत सुलझा हुआ लड़का है I तुम उसे अपने दिल की बात कहो ,मुझे लगता है उसे भी तुमसे प्यार है I
नंदिनी खुशी की बात से सहमत हो जाती है I कल वैलेंटाइन है अच्छा दिन है ,में रोहित से अपने दिल की बात कह दुंगी I
नंदिनी आज बहुत खुश है ,वो रोहित को अपनी बात आज कह देगी I
रोहित केंटीन में बैठा है ,तभी रोहित खुशी को आवाज लगाता है I
ख़ुशी –हेलो रोहित कैसे हो ?
रोहित –गुड तुम बताओ क्या हो रहा है ? आज तुम्हारी दोस्त नजर नहीं आ रही ,कहाँ है नंदिनी ?
ख़ुशी –(मुस्कुराते हुए ) क्या बात है रोहित आज नंदिनी की बहुत याद आ रही है I
रोहित –कुछ नहीं यार ऐसे ही पूछ लिया I
तभी नंदिनी हेलो रोहित हेलो ख़ुशी कैसे हो ?
ख़ुशी -हाय नंदिनी चलो तुम दोनों बात करो मुझे कुछ काम है I ख़ुशी कैंटीन से चली जाती है
(,खुशी भी रोहित से प्यार करती थी पर नंदिनी के लिए वह अपना प्यार छोड़ देती है I यह बात न रोहित जानता है ,और न ही नंदिनी )
नंदिनी –हेलो रोहित मुझे तुमसे कुछ कहना है I
रोहित –मैं भी तुमसे कुछ कहना चाहत हूँ ,
दोनों एक दूसरे को एक साथ कहते हैं आई लव यू …………आई लव यू .

सोनी गुप्ता

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