Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Oct 2017 · 1 min read

पहली किरण

जब कुछ न सूझे,
कोई न बूझे,
जीवन बन जाये रण,
तब राह दिखाती किरण,

डाल डाल पंछी चहके,
मधुबन फूलो से महके,
मन्द मन्द पवन बहती,
स्वर्णिम किरण निकलती,

कितना सुखद हैं !
न कोई खेद हैं ।
कितना मनोहर हैं !
बीते न यह पहर।
यह पहली किरण का नजारा हैं ।
यही जग का सहारा हैं ।
।।।जेपीएल।।।

Language: Hindi
579 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from जगदीश लववंशी
View all
You may also like:
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
-------ग़ज़ल-----
-------ग़ज़ल-----
प्रीतम श्रावस्तवी
2497.पूर्णिका
2497.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
प्राण- प्रतिष्ठा
प्राण- प्रतिष्ठा
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
Guru Mishra
इससे ज़्यादा
इससे ज़्यादा
Dr fauzia Naseem shad
नियमानुसार कार्य ( हास्य कथा)
नियमानुसार कार्य ( हास्य कथा)
Ravi Prakash
अधमी अंधकार ....
अधमी अंधकार ....
sushil sarna
बदलता दौर
बदलता दौर
ओनिका सेतिया 'अनु '
अंतराष्टीय मजदूर दिवस
अंतराष्टीय मजदूर दिवस
Ram Krishan Rastogi
चित्रगुप्त सत देव को,करिए सभी प्रणाम।
चित्रगुप्त सत देव को,करिए सभी प्रणाम।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
माँ
माँ
Kavita Chouhan
#इंतज़ार_जारी
#इंतज़ार_जारी
*Author प्रणय प्रभात*
वो तीर ए नजर दिल को लगी
वो तीर ए नजर दिल को लगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हम जंग में कुछ ऐसा उतरे
हम जंग में कुछ ऐसा उतरे
Ankita Patel
सुप्रभात
सुप्रभात
Arun B Jain
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
'मौन अभिव्यक्ति'
'मौन अभिव्यक्ति'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
नववर्ष नवशुभकामनाएं
नववर्ष नवशुभकामनाएं
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
शहज़ादी
शहज़ादी
Satish Srijan
योगी?
योगी?
Sanjay ' शून्य'
प्यारी बेटी नितिका को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई
प्यारी बेटी नितिका को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई
विक्रम कुमार
ऐ,चाँद चमकना छोड़ भी,तेरी चाँदनी मुझे बहुत सताती है,
ऐ,चाँद चमकना छोड़ भी,तेरी चाँदनी मुझे बहुत सताती है,
Vishal babu (vishu)
फ़र्क़ नहीं है मूर्ख हो,
फ़र्क़ नहीं है मूर्ख हो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हाथ में खल्ली डस्टर
हाथ में खल्ली डस्टर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कुछ बातें पुरानी
कुछ बातें पुरानी
PRATIK JANGID
Just try
Just try
पूर्वार्थ
मैं तो महज इतिहास हूँ
मैं तो महज इतिहास हूँ
VINOD CHAUHAN
" सुन‌ सको तो सुनों "
Aarti sirsat
कभी कभी खामोशी भी बहुत सवालों का जवाब होती हे !
कभी कभी खामोशी भी बहुत सवालों का जवाब होती हे !
Ranjeet kumar patre
Loading...