Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2019 · 1 min read

परिवार

दुख सुख का संगम है परिवार
हर स्थिति में हमें सहलाता है
उतार-चढ़ाव भरी जिंदगी में
हर कदम पर हमें बहलाता है
हर सदस्य अपनी न्यारी भूमिका
इस परिवार में निभाता है
बच्चा हो चाहे बूढा हो
सबको सब सुहाता है
लड़ते झगड़ते रहे दिन भर
फिर भी मिल जुल कर रहते हैं
कोई हमें आंख दिखाएं
यह हम बर्दाश्त नहीं करते हैं
पसंद ना पसंद एक दूजे की
हंस-हंसकर सब अपनाते हैं
घर की इज्जत का सब रखते ख्याल
तभी तो परिवार जन कहलाते हैं

Language: Hindi
2 Likes · 571 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Meenu Poonia
View all
You may also like:
“पसरल अछि अकर्मण्यता”
“पसरल अछि अकर्मण्यता”
DrLakshman Jha Parimal
वर दो नगपति देवता ,महासिंधु का प्यार(कुंडलिया)
वर दो नगपति देवता ,महासिंधु का प्यार(कुंडलिया)
Ravi Prakash
अपने आँसू
अपने आँसू
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
दीन-दयाल राम घर आये, सुर,नर-नारी परम सुख पाये।
दीन-दयाल राम घर आये, सुर,नर-नारी परम सुख पाये।
Anil Mishra Prahari
2497.पूर्णिका
2497.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
दूषित न कर वसुंधरा को
दूषित न कर वसुंधरा को
goutam shaw
"खुश होने के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
रिश्तों का सच
रिश्तों का सच
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
डॉ० रोहित कौशिक
हमको
हमको
Divya Mishra
अपने चरणों की धूलि बना लो
अपने चरणों की धूलि बना लो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आँख
आँख
विजय कुमार अग्रवाल
💐प्रेम कौतुक-180💐
💐प्रेम कौतुक-180💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अंधेरों रात और चांद का दीदार
अंधेरों रात और चांद का दीदार
Charu Mitra
जीवन चक्र
जीवन चक्र
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
धमकियाँ देना काम है उनका,
धमकियाँ देना काम है उनका,
Dr. Man Mohan Krishna
-अपनी कैसे चलातें
-अपनी कैसे चलातें
Seema gupta,Alwar
दुनियादारी....
दुनियादारी....
Abhijeet
बचपन और गांव
बचपन और गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सरकार
सरकार "सीटों" से बनती है
*Author प्रणय प्रभात*
बेशर्मी के कहकहे,
बेशर्मी के कहकहे,
sushil sarna
एकांत बनाम एकाकीपन
एकांत बनाम एकाकीपन
Sandeep Pande
प्यार जताना नहीं आता ...
प्यार जताना नहीं आता ...
MEENU
पृथ्वी की दरारें
पृथ्वी की दरारें
Santosh Shrivastava
मन की गांठ
मन की गांठ
Sangeeta Beniwal
गुरु अमरदास के रुमाल का कमाल
गुरु अमरदास के रुमाल का कमाल
कवि रमेशराज
रेत पर
रेत पर
Shweta Soni
मैंने साइकिल चलाते समय उसका भौतिक रूप समझा
मैंने साइकिल चलाते समय उसका भौतिक रूप समझा
Ms.Ankit Halke jha
kab miloge piya - Desert Fellow Rakesh Yadav ( कब मिलोगे पिया )
kab miloge piya - Desert Fellow Rakesh Yadav ( कब मिलोगे पिया )
Desert fellow Rakesh
तुम न आये मगर..
तुम न आये मगर..
लक्ष्मी सिंह
Loading...