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17 Feb 2020 · 1 min read

परिंदे

परिंदे भी अब ठिकाना बदलने के इंतज़ार में हैं!
पतझड़ का आना लाज़मी हैं दिल के बगीचे में!
~अनूप एस.

Language: Hindi
2 Likes · 324 Views
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