परशुराम जयंती
परशुराम फरसा धरो,विनती करते आज।।
कोरोना से दैत्य का,नष्ट करो यह राज।
नष्ट करो यह राज,किया है पहले भी यह।
जनता है बेहाल,थकी बीमारी को सह।
कहै अटल कविराय,धारि लो प्रभु जी शरसा।
बंद करो यह खेल,चलाओ अपना फरसा।
परशुराम फरसा धरो,विनती करते आज।।
कोरोना से दैत्य का,नष्ट करो यह राज।
नष्ट करो यह राज,किया है पहले भी यह।
जनता है बेहाल,थकी बीमारी को सह।
कहै अटल कविराय,धारि लो प्रभु जी शरसा।
बंद करो यह खेल,चलाओ अपना फरसा।