परवरिश मेरी कुछ इस मिजाज से करना
1.
परवरिश मेरी कुछ इस मिजाज से करना ऐ मेरे खुदा
मैं जहां से भी गुजरूं तेरा एहसास महक उठे
2.
पसंद है मुझे तेरी इबादत , बंदगी तेरी
हो सके तो मुझे , अपनी आगोश में ले ऐ मेरे खुदा
1.
परवरिश मेरी कुछ इस मिजाज से करना ऐ मेरे खुदा
मैं जहां से भी गुजरूं तेरा एहसास महक उठे
2.
पसंद है मुझे तेरी इबादत , बंदगी तेरी
हो सके तो मुझे , अपनी आगोश में ले ऐ मेरे खुदा