पधारे द्वेष पांच l
पधारे द्वेष पांच l
जीवन जीवन सांच ll
सुख दुख व दुविधाएं l
खुद ही ले ले जांच ll
सीमा कब है सजे l
जीवन तो है, कांच ll
कुछ ना पक सकेगा l
आधी आधी आंच ll
सत्य सरेआम कर l
नंगे हो हो नाच ll
प्यास कोहराम है l
मौज न जीवन सांच ll
अरविन्द व्यास “प्यास”