*”पथ प्रदर्शक”*
“पथ प्रदर्शक”
नारी आंदोलन की पथ प्रदर्शक,
हस्तकलाओं को पुनर्जीवित सुदृढ़ करने वाली।
समाज सुधारक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी,
रंगमंचीय कलाकार ,अंतर्राष्ट्रीय पहचान बनाने वाली।
तीन अप्रैल उन्नीस सौ तीन मेंगलोर कर्नाटक में जन्मी,
बेडफ़ोर्ड लंदन में उच्च शिक्षा प्राप्त कर ,गौरव बढाने वाली।
हस्तशिल्प बुनकरों जुलाहों को सम्मान दिला,
निःस्वार्थ सेवा भावना “हथकरघा माँ” कहलाने वाली।
पैनी दृष्टि पक्का इरादा कर,हस्तशिल्प कारों को आर्थिक सहायता प्रदान पथ प्रदर्शक बन प्रेरणा देने वाली।
स्वाधीनता संघर्ष की खातिर, नमक कानून तोड़,
गांधी वादी महिला , पहली बार चुनाव लड़ नव जागरण लाने वाली।
कला साहित्य लेखन कार्यों में चर्चित,
पदम भूषण, रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त करने वाली।
संगीत नाटक अकादमी “लाइफ टाइम अचीवमेंट”पुरस्कार से अलंकृत होने वाली।
यूनेस्को हैंडीक्राफ्ट को बढ़ावा देने के लिए, शांति निकेतन सर्वोच्च सम्मान से विभूषित होने वाली।
तुम्हें शत शत नमन ,तुम्हें शत शत नमन ,तुम्हें बारम्बार प्रणाम है …! ! !
आज स्वर्गीय कमला देवी चट्टोपाध्याय जी की पुण्य तिथि में समर्पित की गई है।
शशिकला व्यास ✍