Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2020 · 2 min read

पत्नि की भूमिका

अगर पत्नियां बुरी होती हैतो लोग शादी क्यों करते हैं ?अक्सर शादी शुदा लोग कहते हैं कि हम शादी करके फंस गए हैं, तू मत फंसना.पत्नियां बुरी होती हैं, बेकार होती हैं, पति पर शक करती हैं, बात बात पर टोकती है.पड़ोसी से बात तक नहीं करने देती.अगर ऐसा है तो फिर बाकि लोग शादी क्यों करते हैं,पत्नियां बुरी होती है, ये जानने के बाद भी.कई लोग पत्नी की comparison लड्डू से करते हैं,खाओ तो गलत, न खाओ तो भी गलत.कहते हैं जो खाये वो पछताएजो न खाए वो भी पछताएपत्नी की compare लड्डू से, बेवकुफ कहीं के,शायद उन्हें ज़रा भी अक्कल नहीं है कि आखिर ये पत्नी है क्या, पत्नी की अहमियत क्या है ?क्या पत्नी के बिना आपका घर संसार है क्या ?एक लड़की, एक बेटी, अपना घर छोड़कर आपके घर आपकी पत्नी, घर की बहु बनकर आती है, और आप उन्हें बुरी कहते हो ?बेशर्म कहीं के.पूरा घर सम्भालती है आपकाआपके एक एक चीज का ध्यान रखती हैहर चीज गलत जगह से उठाकर, सही जगह रखती हैसम्पूर्ण जीवन आपके नाम तक कर देती हैं,आपको बेटी/बेटे की सौगात देकर, आपका घर रोशन करती है.आपको हर गलत कार्य करने से रोकती है.अगर आप अकेले हो तो आपको पत्नी होने के बावजूद, आपको बहन भाभी माँ के जैसा प्यार देती है.आपकी salary कम हो, तो भी वो चूं तक नहीं करती.आपके बुरे वक़्त में, दुःख दर्द में साथ देती हैंबीमार होने पर आपको बच्चे से भी बढ़कर प्यार देती हैं.आपका पूरा घर परिवार सम्भालती है.फिर भी कई बेशर्म लोग कहते हैं कि पत्नी बुरी होती है, गलत होती है, टोकती हैअरे, अगर आपगलत काम करोगे तो आपको टोकेगी ही न ?इसमें बुरा क्या है ?इसमें फायदा किसका है?आपका ही न ?फिर आपकी पत्नी गलत या बुरी क्यों ?पत्नी कोई लड्डू नहीं है परखुदा की वो नहिमत है, खुदा की वो अनमोल देन है, जो नसीब वालों को ही मिलती हैअगर आप शादी शुदा हैंतो खुद को खुशकिस्मत समझिए, भाग्यवान समझिएकि कोई तो आपकी care करने वाला है.कोई तो आपका साथ देता हैवरना आपके mom dadके बाद, आपको कौन पूछेगाभाई, हिसांब कीजिये, कितने घर के भाई आज कल एक साथ रहते हैं,आपकी बहन, जो शादी के बाद, ससुराल चली जायेगीपत्नी नहीं तो अकेले ही रहोगे, पागल हो जाओगे,खुद के बाल नोचने लगोगे.बीमार होंगे, bed पर होंगे तो कोई पूछने नहीं आएगा.इसलिए हमेशापत्नी की respect करें,पत्नी को हर ख़ुशी देंपत्नी बुरी नहीं बहुत ही भोली होती हैं, आपका हमसफ़रआपकी जीवनसाथीआपके दुःख सुख का साथी.उम्मीद करते हैंशादी शुदा लोग खुद को भाग्यवान समझेंगें, और अपनी पत्नी से कभी भी गलत बात या गलत व्यवहार नहीं करेंगें पत्नी को लड्डू नहीं कहेंगेंक्योंकि पत्नी के सिवाआपका घर नहीं संसार नहीं और आप पत्नी के साथ के बिना, कुछ भी नहींकुछ भी नही।

Language: Hindi
Tag: लेख
4 Likes · 3 Comments · 413 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चुपके से चले गये तुम
चुपके से चले गये तुम
Surinder blackpen
हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है..........
हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है..........
कवि दीपक बवेजा
मनांतर🙏
मनांतर🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
रामभक्त संकटमोचक जय हनुमान जय हनुमान
रामभक्त संकटमोचक जय हनुमान जय हनुमान
gurudeenverma198
💐अज्ञात के प्रति-149💐
💐अज्ञात के प्रति-149💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
10. जिंदगी से इश्क कर
10. जिंदगी से इश्क कर
Rajeev Dutta
कविता के हर शब्द का, होता है कुछ सार
कविता के हर शब्द का, होता है कुछ सार
Dr Archana Gupta
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में
Deepak Baweja
हार स्वीकार कर
हार स्वीकार कर
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
मेरे देश की मिट्टी
मेरे देश की मिट्टी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आसान होते संवाद मेरे,
आसान होते संवाद मेरे,
Swara Kumari arya
*यहाँ पर आजकल होती हैं ,बस बाजार की बातें ( हिंदी गजल/गीतिक
*यहाँ पर आजकल होती हैं ,बस बाजार की बातें ( हिंदी गजल/गीतिक
Ravi Prakash
चंद सिक्के उम्मीदों के डाल गुल्लक में
चंद सिक्के उम्मीदों के डाल गुल्लक में
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"याद रहे"
Dr. Kishan tandon kranti
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*जहां जिसका दाना पानी लिखा रहता है,समय उसे वहां पे बुलाता है
*जहां जिसका दाना पानी लिखा रहता है,समय उसे वहां पे बुलाता है
Shashi kala vyas
पुनर्जन्माचे सत्य
पुनर्जन्माचे सत्य
Shyam Sundar Subramanian
लौट आयी स्वीटी
लौट आयी स्वीटी
Kanchan Khanna
ये मेरा स्वयं का विवेक है
ये मेरा स्वयं का विवेक है
शेखर सिंह
रिश्तों का बदलता स्वरूप
रिश्तों का बदलता स्वरूप
पूर्वार्थ
गुमान किस बात का
गुमान किस बात का
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सोच कर हमने
सोच कर हमने
Dr fauzia Naseem shad
दोहा ग़ज़ल (गीतिका)
दोहा ग़ज़ल (गीतिका)
Subhash Singhai
मेरी चुनरी में लागा दाग, कन्हैया
मेरी चुनरी में लागा दाग, कन्हैया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
झुकाव कर के देखो ।
झुकाव कर के देखो ।
Buddha Prakash
लोग बंदर
लोग बंदर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
#सन्डे_इज_फण्डे
#सन्डे_इज_फण्डे
*Author प्रणय प्रभात*
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
Bodhisatva kastooriya
2943.*पूर्णिका*
2943.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हमे भी इश्क हुआ
हमे भी इश्क हुआ
The_dk_poetry
Loading...