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विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
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16 Feb 2018 · 1 min read
पतवार
अपने-अपने हिस्से में है, सुख और दुख की पतवार
मांझी जिसको जैसा मिला, लगा दिया भव पार।
Language:
Hindi
Tag:
शेर
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