Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Mar 2017 · 1 min read

पण्य धरा

शुरवीरो की पुण्य धरा को यादो से आचमन करले।

मात्र भूमि का शौर्य बङे उन रास्तो पर गमन करले।

इस वतन के ख़ातिर बहा दिया लहु अपना,

भारत माँ के उन लाङलो को शत – शत नमन करले।।
राजेन्द्र कुशवाहा

Language: Hindi
Tag: शेर
339 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
कवि दीपक बवेजा
"अज़ब दुनिया"
Dr. Kishan tandon kranti
रामायण  के  राम  का , पूर्ण हुआ बनवास ।
रामायण के राम का , पूर्ण हुआ बनवास ।
sushil sarna
रंगों का त्योहार होली
रंगों का त्योहार होली
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
तुमसे मिलना इतना खुशनुमा सा था
तुमसे मिलना इतना खुशनुमा सा था
Kumar lalit
जोशीला
जोशीला
RAKESH RAKESH
सहयोग आधारित संकलन
सहयोग आधारित संकलन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वो सबके साथ आ रही थी
वो सबके साथ आ रही थी
Keshav kishor Kumar
मेरी इबादत
मेरी इबादत
umesh mehra
#शुभरात्रि
#शुभरात्रि
आर.एस. 'प्रीतम'
एक अलग सी चमक है उसके मुखड़े में,
एक अलग सी चमक है उसके मुखड़े में,
manjula chauhan
बाबा फरीद ! तेरे शहर में हम जबसे आए,
बाबा फरीद ! तेरे शहर में हम जबसे आए,
ओनिका सेतिया 'अनु '
भीम राव हैं , तारणहार मेरा।
भीम राव हैं , तारणहार मेरा।
Buddha Prakash
"निक्कू खरगोश"
Dr Meenu Poonia
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
देखी है ख़ूब मैंने भी दिलदार की अदा
देखी है ख़ूब मैंने भी दिलदार की अदा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मुझसे देखी न गई तकलीफ़,
मुझसे देखी न गई तकलीफ़,
पूर्वार्थ
कान्हा मेरे जैसे छोटे से गोपाल
कान्हा मेरे जैसे छोटे से गोपाल
Harminder Kaur
*हे प्रभो सब हों सुखी, बीमारियों से दूर हों【मुक्तक】*
*हे प्रभो सब हों सुखी, बीमारियों से दूर हों【मुक्तक】*
Ravi Prakash
मेरी हस्ती
मेरी हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
अब नहीं पाना तुम्हें
अब नहीं पाना तुम्हें
Saraswati Bajpai
एहसास
एहसास
भरत कुमार सोलंकी
"नए सवेरे की खुशी" (The Joy of a New Morning)
Sidhartha Mishra
समय और स्वास्थ्य के असली महत्त्व को हम तब समझते हैं जब उसका
समय और स्वास्थ्य के असली महत्त्व को हम तब समझते हैं जब उसका
Paras Nath Jha
जिंदगी
जिंदगी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
#व्यंग्य-
#व्यंग्य-
*Author प्रणय प्रभात*
बेगुनाही की सज़ा
बेगुनाही की सज़ा
Shekhar Chandra Mitra
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हवन - दीपक नीलपदम्
हवन - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सावन बरसता है उधर....
सावन बरसता है उधर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...