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20 Dec 2018 · 1 min read

पड़ोसियों से दूर होता है देश

देश नीति को नई धार देने के लिए प्रधानमंत्री ने लगभग 52 देशों की यात्रा की परिणाम स्वरूप विश्व के अन्य देशों के साथ हमारे संबंध प्रगाढ़ तो हुए परंतु हम अपनी नीतियों से अपने पड़ोसियों को प्रभावित नहीं कर सकें 2014 में जब मोदी ने अपनी पारी शुरुआत की तब सार्क देशों पर बढ़ते चीनी प्रभाव को रोकने की बड़ी चुनौती उनके समक्ष थी अपने शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों को निमंत्रण देकर मोदी ने पहली ही गेंद पर छक्का लगा दिया। पर्यवेक्षकों ने इसे असाधारण और ठोस शुरुआत की संज्ञा दी परंतु मोदी के लिए इस पारी को आगे बढ़ाना अत्यंत कठिन था। चीन ने अपनी आर्थिक और अंतरिक्ष कूटनीति से बांग्लादेश नेपाल श्रीलंका मालदीव और अफगानिस्तान जैसे हमारे मित्र देशों पर अपनी गहरी छाप छोड़ी। बदलते अंतरराष्ट्रीय समीकरण के बीच भारत जैसे देश का अपने पड़ोसियों से दूर होना आर्थिक संस्कृतिक तथा सामरिक किसी भी दृष्टि से लाभकारी सिद्ध नहीं होगा अतः भारत को इन सभी मोर्चों पर चीन से कड़ी प्रतिस्पर्धा कर उसे मात देनी होगी।
रोहित राज मिश्रा
हिंदू छात्रावास इलाहाबाद विश्वविद्यालय

Language: Hindi
Tag: लेख
232 Views
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