पंखों से गर होती उड़ान
पंखों से गर होती उड़ान
तो आसमां पर कायम होता पक्षियों का राज
अपने हौसलों को उड़ान दो
और बसर करो उस आसमां की सी ऊँचाइयों पर
पंखों से गर होती उड़ान
तो आसमां पर कायम होता पक्षियों का राज
अपने हौसलों को उड़ान दो
और बसर करो उस आसमां की सी ऊँचाइयों पर