Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2018 · 1 min read

नज़्म

बह्र -122 122 122 122

यहां आदमी अब खुदा हो रहा है |
जमाना कहां था कहा हो रहा है |

अजब हो गये आज हालात सारे –
यहां शक्स हर बावला हो रहा |

चुभोने को नश्तर झिझकता नहीं है –
जो अच्छा था वो ही बुरा हो रहा है |

हुनर आ गया नफरतें पालने का –
मोहब्बत भरा दिल जुदा हो रहा है |

वही सूर्य है चाँद तारे वही हैं –
मगर क्यों अंधेरा घना हो रहा है |

वो बचपन वो अल्लढ़ जवानी के लम्हे –
खतम प्यार का सिलसिला हो रहा है |

जो अपने थे उनको समझ बैठे दुश्मन –
खबर थी न कुछ भी दगा हो रहा है |

चमक खो रही चाँद तारों की जग में –
अजब धुंध छायी धुआं हो रहा है |

वो रिश्तों की शीतल नमीं खो गयी है –
दिलों में कहीं फांसला हो रहा है |
मंजूषा श्रीवास्तव

313 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सच तो रोशनी का आना हैं
सच तो रोशनी का आना हैं
Neeraj Agarwal
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*मै भारत देश आजाद हां*
*मै भारत देश आजाद हां*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
इलेक्शन ड्यूटी का हौव्वा
इलेक्शन ड्यूटी का हौव्वा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
प्रिय मैं अंजन नैन लगाऊँ।
प्रिय मैं अंजन नैन लगाऊँ।
Anil Mishra Prahari
“जिंदगी अधूरी है जब हॉबबिओं से दूरी है”
“जिंदगी अधूरी है जब हॉबबिओं से दूरी है”
DrLakshman Jha Parimal
कैसे कहें हम
कैसे कहें हम
Surinder blackpen
मैंने पीनी छोड़ तूने जो अपनी कसम दी
मैंने पीनी छोड़ तूने जो अपनी कसम दी
Vishal babu (vishu)
सह जाऊँ हर एक परिस्थिति मैं,
सह जाऊँ हर एक परिस्थिति मैं,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
आप कौन है, आप शरीर है या शरीर में जो बैठा है वो
आप कौन है, आप शरीर है या शरीर में जो बैठा है वो
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
तेरा एहसास
तेरा एहसास
Dr fauzia Naseem shad
संघर्ष से‌ लड़ती
संघर्ष से‌ लड़ती
Arti Bhadauria
अंबेडकर की रक्तहीन क्रांति
अंबेडकर की रक्तहीन क्रांति
Shekhar Chandra Mitra
जनता के आगे बीन बजाना ठीक नहीं है
जनता के आगे बीन बजाना ठीक नहीं है
कवि दीपक बवेजा
*भव-पालक की प्यारी गैय्या कलियुग में लाचार*
*भव-पालक की प्यारी गैय्या कलियुग में लाचार*
Poonam Matia
Gazal
Gazal
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
3092.*पूर्णिका*
3092.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
संबंधो में अपनापन हो
संबंधो में अपनापन हो
संजय कुमार संजू
तेरा-मेरा साथ, जीवन भर का...
तेरा-मेरा साथ, जीवन भर का...
Sunil Suman
हर नदी अपनी राह खुद ब खुद बनाती है ।
हर नदी अपनी राह खुद ब खुद बनाती है ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जब जब ……
जब जब ……
Rekha Drolia
पत्नी रुष्ट है
पत्नी रुष्ट है
Satish Srijan
उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में।
उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में।
surenderpal vaidya
कविता के हर शब्द का, होता है कुछ सार
कविता के हर शब्द का, होता है कुछ सार
Dr Archana Gupta
श्री गणेशा
श्री गणेशा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Just try
Just try
पूर्वार्थ
💐प्रेम कौतुक-329💐
💐प्रेम कौतुक-329💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मस्ती का माहौल है,
मस्ती का माहौल है,
sushil sarna
■ आज की बात
■ आज की बात
*Author प्रणय प्रभात*
मुट्ठी में बन्द रेत की तरह
मुट्ठी में बन्द रेत की तरह
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...