Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Apr 2018 · 1 min read

नज़रिया

नज़रिया

नजरों से नजरें मिली तो हमारा देखने का अंदाज बदल गया।
राहों में देख काँटे राही का मन बदल गया।।।।।।

क्यों डरते हो किसी की गंदी और संकुचित सोच से,,
जान लो जो आंगे बढ़ा वही मंजिल को पा गया।।।।

अपने देखने के तरीके को पहले रखो कुछ खासमखास दुनियां वालो,
फिर मत कहना कि इंसान बदल गया।।।।।।

नफ़रत की आग में कभी किसी का न भला हुआ हैं।।
जो था दुनिया अहंकारी वो भी जलकर राख हो गया।।।

भाईचारे की भावना लेकर निकलो घर से हरदिन,
मीठी वाणी से गैरो को अपना बना लिया गया।।।

खुद को ऊपर उठाकर दुसरो को नीचे न गिराओ।।
जो साथ लेकर चले सबको वो जग में महान हो गया।।।

पहले खुद को बदल कर जीना सीख लो दोस्तों,,
फिर समझना लोगों को बदल देना आसान हो गया।।।।।।

लेखिका गायत्री सोनू जैन

Language: Hindi
391 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हजार आंधियां आये
हजार आंधियां आये
shabina. Naaz
एक जिद मन में पाल रखी है,कि अपना नाम बनाना है
एक जिद मन में पाल रखी है,कि अपना नाम बनाना है
पूर्वार्थ
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
तनहाई की शाम
तनहाई की शाम
Shekhar Chandra Mitra
"अगर आप किसी का
*Author प्रणय प्रभात*
तुम को पाते हैं हम जिधर जाते हैं
तुम को पाते हैं हम जिधर जाते हैं
Dr fauzia Naseem shad
चाय-दोस्ती - कविता
चाय-दोस्ती - कविता
Kanchan Khanna
बोलो ! ईश्वर / (नवगीत)
बोलो ! ईश्वर / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
"इन्तहा"
Dr. Kishan tandon kranti
तूफान आया और
तूफान आया और
Dr Manju Saini
शराबी
शराबी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*प्यार या एहसान*
*प्यार या एहसान*
Harminder Kaur
जैसे तुम हो _ वैसे हम है,
जैसे तुम हो _ वैसे हम है,
Rajesh vyas
प्रकृति
प्रकृति
Bodhisatva kastooriya
जिंदगी में एक रात ऐसे भी आएगी जिसका कभी सुबह नहीं होगा ll
जिंदगी में एक रात ऐसे भी आएगी जिसका कभी सुबह नहीं होगा ll
Ranjeet kumar patre
अब नहीं दिल धड़कता है उस तरह से
अब नहीं दिल धड़कता है उस तरह से
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ : दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ : दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
दादी माँ - कहानी
दादी माँ - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पूर्णिमा की चाँदनी.....
पूर्णिमा की चाँदनी.....
Awadhesh Kumar Singh
अस्मिता
अस्मिता
Shyam Sundar Subramanian
गुमान किस बात का
गुमान किस बात का
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
वरदान है बेटी💐
वरदान है बेटी💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
टुलिया........... (कहानी)
टुलिया........... (कहानी)
लालबहादुर चौरसिया 'लाल'
2371.पूर्णिका
2371.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
दिव्य काशी
दिव्य काशी
Pooja Singh
Suni padi thi , dil ki galiya
Suni padi thi , dil ki galiya
Sakshi Tripathi
हो जाएँ नसीब बाहें
हो जाएँ नसीब बाहें
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बेहतर है गुमनाम रहूं,
बेहतर है गुमनाम रहूं,
Amit Pathak
ज़िद
ज़िद
Dr. Seema Varma
Loading...