Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Dec 2016 · 1 min read

नोटबंदी-एक सिलसिला

कैसा विरोधाभास है ये,
खाने के लाले भी हैं,
और तरक्की की बात भी।

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 470 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वो शिकायत भी मुझसे करता है
वो शिकायत भी मुझसे करता है
Shweta Soni
शुभ दीपावली
शुभ दीपावली
Harsh Malviya
कुदरत का प्यारा सा तोहफा ये सारी दुनियां अपनी है।
कुदरत का प्यारा सा तोहफा ये सारी दुनियां अपनी है।
सत्य कुमार प्रेमी
लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
शिव प्रताप लोधी
थोड़ा विश्राम चाहता हू,
थोड़ा विश्राम चाहता हू,
Umender kumar
गीत-14-15
गीत-14-15
Dr. Sunita Singh
मौत की हक़ीक़त है
मौत की हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी
जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी
ruby kumari
चम-चम चमके, गोरी गलिया, मिल खेले, सब सखियाँ
चम-चम चमके, गोरी गलिया, मिल खेले, सब सखियाँ
Er.Navaneet R Shandily
मौत आने के बाद नहीं खुलती वह आंख जो जिंदा में रोती है
मौत आने के बाद नहीं खुलती वह आंख जो जिंदा में रोती है
Anand.sharma
फितरत
फितरत
Kanchan Khanna
आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत।
आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
नमो-नमो
नमो-नमो
Bodhisatva kastooriya
महंगाई के इस दौर में भी
महंगाई के इस दौर में भी
Kailash singh
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
Surinder blackpen
वाचाल सरपत
वाचाल सरपत
आनन्द मिश्र
गुरु नानक देव जी --
गुरु नानक देव जी --
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
3106.*पूर्णिका*
3106.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
मजबूरी
मजबूरी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Aksar rishte wahi tikte hai
Aksar rishte wahi tikte hai
Sakshi Tripathi
■ छोटी सी नज़्म...
■ छोटी सी नज़्म...
*Author प्रणय प्रभात*
अपने आँसू
अपने आँसू
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
शिक्षा मनुष्य के विकास की परवाह करता है,
शिक्षा मनुष्य के विकास की परवाह करता है,
Buddha Prakash
"मैं और तू"
Dr. Kishan tandon kranti
बधाई का गणित / मुसाफ़िर बैठा
बधाई का गणित / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
कसास दो उस दर्द का......
कसास दो उस दर्द का......
shabina. Naaz
*हनुमान प्रसाद पोद्दार (कुंडलिया)*
*हनुमान प्रसाद पोद्दार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...