नेता
नेता बन
खद्दर पहन
चुनाव लड़
भ्रष्टाचार कर
भाषड़ दे
झूठ बोल
जीत जा
ब्यभिचार कर
दुराचार कर
टोपी लगा।
हवाला कर
घोटला कर
चारा खा
जेल जा
वापस आ
चुनाव लड़
वादे कर
पैसा फेक
जीत जा।
मंत्री बन
घोटाला कर
अलकतरा खा
खद्दर पहन
भाषड़ दे
विदेश जा
पैसा भजा
स्वेत कर
बरी हो जा।
चम्चा रख
चर्चा कर
चूना लगा
अस्मत लूट
दान कर
धर्मनिष्ठ बन
उदघाटन कर
रिश्वत ले
अमीर बन।
गाड़ी खरीद
झासा दे
लड़की पटा
होटल जा
कुकर्म कर
माँ बना
भूल जा
कोर्ट जा
डी.एन.ए.करा
कबुल कर।
……. …….
©®पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
८/५/२०१७