Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2016 · 1 min read

नेता जी

भोली भाली जनता को ना मूर्ख बनाओ नेता जी !
जीत गए अब पाँच साल तुम मौज मनाओ नेता जी !!

हम गरीब का दाल, टमाटर भी तुम महँगा कर बैठे,
अच्छा दिन अब कब आयेगा हमे बताओ नेता जी !!

तरह तरह के चले योजनाओं का तुमने लाभ लिया,
खून पी रहे हम गरीब का मास ना खाओ नेता जी !!

स्मार्ट सिटी तुम खूब बनाए फ्लैट बीस मंज़िल वाले,
बहुत हो चुका सुनते सुनते अब तुम जाओ नेता जी !!

चिकनी चुपड़ी बातों में अब हम नहीं फँसने वाले,
बेरोजगार है युवा साथी मिलकर आओ नेता जी !!

भ्रस्टाचार खत्म करने का भाषण बहुत सुना हमने,
बिना घोस के कार्यालय में काम कराओ नेता जी !!
08871887126

Language: Hindi
645 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
We make Challenges easy and
We make Challenges easy and
Bhupendra Rawat
2520.पूर्णिका
2520.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बहुत जरूरी है एक शीतल छाया
बहुत जरूरी है एक शीतल छाया
Pratibha Pandey
💐Prodigy Love-39💐
💐Prodigy Love-39💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जीवन  के  हर  चरण  में,
जीवन के हर चरण में,
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
मुद्रा नियमित शिक्षण
मुद्रा नियमित शिक्षण
AJAY AMITABH SUMAN
जरा विचार कीजिए
जरा विचार कीजिए
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
*****गणेश आये*****
*****गणेश आये*****
Kavita Chouhan
खरी - खरी
खरी - खरी
Mamta Singh Devaa
महक कहां बचती है
महक कहां बचती है
Surinder blackpen
बादल
बादल
लक्ष्मी सिंह
संतोष भले ही धन हो, एक मूल्य हो, मगर यह ’हारे को हरि नाम’ की
संतोष भले ही धन हो, एक मूल्य हो, मगर यह ’हारे को हरि नाम’ की
Dr MusafiR BaithA
कवि मोशाय।
कवि मोशाय।
Neelam Sharma
घास को बिछौना बना कर तो देखो
घास को बिछौना बना कर तो देखो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कण-कण में श्रीराम हैं, रोम-रोम में राम ।
कण-कण में श्रीराम हैं, रोम-रोम में राम ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"द्रोह और विद्रोह"
*Author प्रणय प्रभात*
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि
★ IPS KAMAL THAKUR ★
हर लम्हे में
हर लम्हे में
Sangeeta Beniwal
मातृत्व
मातृत्व
Dr. Pradeep Kumar Sharma
भगतसिंह का क़र्ज़
भगतसिंह का क़र्ज़
Shekhar Chandra Mitra
शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ्य
शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ्य
Dr.Rashmi Mishra
बाँध लू तुम्हें......
बाँध लू तुम्हें......
Dr Manju Saini
अनादि
अनादि
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
*सागर में ही है सदा , आता भीषण ज्वार (कुंडलिया)*
*सागर में ही है सदा , आता भीषण ज्वार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अहंकार
अहंकार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सूनी बगिया हुई विरान ?
सूनी बगिया हुई विरान ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शाश्वत प्रेम
शाश्वत प्रेम
Bodhisatva kastooriya
ऐ ज़ालिम....!
ऐ ज़ालिम....!
Srishty Bansal
"कुछ रिश्ते"
Dr. Kishan tandon kranti
मुझ में
मुझ में
हिमांशु Kulshrestha
Loading...