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12 Sep 2017 · 1 min read

निभाता कौन है

निभाता कौन है…
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रूठ जाओ तो मनाता कौन है
टूट जाओ तो सजाता कौन है

दूर जाकर लौट आता कौन है
वक़्त पर अब काम आता कौन है

गर्दिशों में पास आता कौन है
साथ में आंसू बहाता कौन है

यार मेरे छोड़ कर जाते रहे
ज़िंदगी भर भी निभाता कौन है

राग सब अपनी यहां गाते रहे
राज़ की बातें बताता कौन है

कौन करता है दुआ मेरे लिए
ख़ैर अब मेरी मनाता कौन है

कर चुके हैं इस जहाँ से जो सफ़र,
मौत पाकर लौट पाता कौन है

©कुमार ठाकुर
11 सितंबर 2017

426 Views
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