Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2017 · 1 min read

ना करना अब काले धंधे

ना करना अब काले धंधे ,
गलती अपनी दौराना ना l
सीधे साधे भोले भाले ,
टोपी उनको पहनाना ना ll

अपनों की आंखों से गिरकर,
जेल में हमको जाना ना l
रूखी सूखी खाकर रहना ,
अब काला धन अपनाना ना ll

खादी में रहने वाले हम ,
अब चोर हमें कहलाना ना l
झूठे वादे करके अब तो ,
जनता को”सलिल”बहलाना ना ll

संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश l

Language: Hindi
Tag: गीत
463 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ भड़की हुई भावना■
■ भड़की हुई भावना■
*Author प्रणय प्रभात*
सारे रिश्तों से
सारे रिश्तों से
Dr fauzia Naseem shad
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
Pt. Brajesh Kumar Nayak
विवाह रचाने वाले बंदर / MUSAFIR BAITHA
विवाह रचाने वाले बंदर / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
जन पक्ष में लेखनी चले
जन पक्ष में लेखनी चले
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी
कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी
Anil Mishra Prahari
कितने बदल गये
कितने बदल गये
Suryakant Dwivedi
हे प्रभू तुमसे मुझे फिर क्यों गिला हो।
हे प्रभू तुमसे मुझे फिर क्यों गिला हो।
सत्य कुमार प्रेमी
रामभक्त शिव (108 दोहा छन्द)
रामभक्त शिव (108 दोहा छन्द)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
किसी के दिल में चाह तो ,
किसी के दिल में चाह तो ,
Manju sagar
"मेरे नाम की जय-जयकार करने से अच्‍छा है,
शेखर सिंह
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हमसे बात ना करो।
हमसे बात ना करो।
Taj Mohammad
कलयुगी की रिश्ते है साहब
कलयुगी की रिश्ते है साहब
Harminder Kaur
आसां  है  चाहना  पाना मुमकिन नहीं !
आसां है चाहना पाना मुमकिन नहीं !
Sushmita Singh
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
Rj Anand Prajapati
हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है
हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है
Ram Krishan Rastogi
Hello
Hello
Yash mehra
*पारस-मणि की चाह नहीं प्रभु, तुमको कैसे पाऊॅं (गीत)*
*पारस-मणि की चाह नहीं प्रभु, तुमको कैसे पाऊॅं (गीत)*
Ravi Prakash
आकाश भेद पथ पर पहुँचा, आदित्य एल वन सूर्ययान।
आकाश भेद पथ पर पहुँचा, आदित्य एल वन सूर्ययान।
जगदीश शर्मा सहज
कौड़ी कौड़ी माया जोड़े, रटले राम का नाम।
कौड़ी कौड़ी माया जोड़े, रटले राम का नाम।
Anil chobisa
दोहे - नारी
दोहे - नारी
sushil sarna
19, स्वतंत्रता दिवस
19, स्वतंत्रता दिवस
Dr Shweta sood
हरे कृष्णा !
हरे कृष्णा !
MUSKAAN YADAV
मंगलमय हो नववर्ष सखे आ रहे अवध में रघुराई।
मंगलमय हो नववर्ष सखे आ रहे अवध में रघुराई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कभी मिले नहीं है एक ही मंजिल पर जानें वाले रास्तें
कभी मिले नहीं है एक ही मंजिल पर जानें वाले रास्तें
Sonu sugandh
स्याही की मुझे जरूरत नही
स्याही की मुझे जरूरत नही
Aarti sirsat
गुमनाम राही
गुमनाम राही
AMRESH KUMAR VERMA
हमदम का साथ💕🤝
हमदम का साथ💕🤝
डॉ० रोहित कौशिक
3224.*पूर्णिका*
3224.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...