Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Sep 2017 · 1 min read

नारी अबला नहीं अपितु वह ही तो है बल दाता !

नारी अबला नहीं अपितु वह ही तो है बल दाता !

वह ही माता वही विधाता वो ही तो सुख दाता,
उस से ही यह सृष्टि बनी है, उसकी सब कृति हैं,
तो फिर तुम्ही बताओ इस नारी में क्या बिकृति है,
महाशक्ति का रक्त सदा जो हम सब में बहता है,
वही रक्त तो भाई इस नारी में भी रहता है,
फिर क्यों भाई वह सदैव है यों उदास सी रहती,
और कहीं न कहीं सदा है यों प्रताड़ना सहती,
नारी नर की है सदैव ही अर्धांगनी कहाती,
फिर क्यों उसके जीवन में यों दुःख की सेज समाती !!

Language: Hindi
736 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनुराग दीक्षित
View all
You may also like:
*दो स्थितियां*
*दो स्थितियां*
Suryakant Dwivedi
हक़ीक़त ने
हक़ीक़त ने
Dr fauzia Naseem shad
राष्ट्रपिता
राष्ट्रपिता
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
फ़साने
फ़साने
अखिलेश 'अखिल'
यकीन नहीं होता
यकीन नहीं होता
Dr. Rajeev Jain
मैं किताब हूँ
मैं किताब हूँ
Arti Bhadauria
ये जो समुद्र है कि बड़े अकड़ में रहता है
ये जो समुद्र है कि बड़े अकड़ में रहता है
कवि दीपक बवेजा
जिन्दगी की शाम
जिन्दगी की शाम
Bodhisatva kastooriya
■ नैसर्गिक विधान...
■ नैसर्गिक विधान...
*Author प्रणय प्रभात*
2344.पूर्णिका
2344.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सैनिक
सैनिक
Mamta Rani
ले चल मुझे भुलावा देकर
ले चल मुझे भुलावा देकर
Dr Tabassum Jahan
💐प्रेम कौतुक-348💐
💐प्रेम कौतुक-348💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"सपने"
Dr. Kishan tandon kranti
🎊🏮*दीपमालिका  🏮🎊
🎊🏮*दीपमालिका 🏮🎊
Shashi kala vyas
*कुछ सजा खुद को सुनाना चाहिए (हिंदी गजल/गीतिका)*
*कुछ सजा खुद को सुनाना चाहिए (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार
Paras Nath Jha
(16) आज़ादी पर
(16) आज़ादी पर
Kishore Nigam
कोयल (बाल कविता)
कोयल (बाल कविता)
नाथ सोनांचली
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
दुष्यन्त 'बाबा'
रखो कितनी भी शराफत वफा सादगी
रखो कितनी भी शराफत वफा सादगी
Mahesh Tiwari 'Ayan'
बेटियां ?
बेटियां ?
Dr.Pratibha Prakash
हिसाब
हिसाब
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तू भूल जा उसको
तू भूल जा उसको
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
एक गजल
एक गजल
umesh mehra
मैं तूफान हूँ जिधर से गुजर जाऊँगा
मैं तूफान हूँ जिधर से गुजर जाऊँगा
VINOD CHAUHAN
तनहाई की शाम
तनहाई की शाम
Shekhar Chandra Mitra
किसा गौतमी बुद्ध अर्हन्त्
किसा गौतमी बुद्ध अर्हन्त्
Buddha Prakash
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
Rajni kapoor
मात पिता को तुम भूलोगे
मात पिता को तुम भूलोगे
DrLakshman Jha Parimal
Loading...