Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Sep 2021 · 1 min read

नशा मुक्ति अभियान

व्यंग्य
नशा मुक्ति अभियान
*****************
जीवन का सुख उठाना है
तो खूब मजा कीजिए,
जितना नशा कर सकते हैं
वो सब भरपूर कीजिए।
मरना तो आखिर एक दिन सबको है
फिर बुढ़ापे में जाकर मरें,
इससे तो चलते फिरते
निपट जायें तो ही बहुत अच्छा है।
हमारी सरकार भी तो आखिर,
खुल्लमखुल्ला यही चाहती है।
बेरोजगारी नशे की आड़़ में
शायद कम करना चाहती है।
राजस्व पाने की चाहत इतनी,
नशे का उत्पादन बंद नहीं कराती।
उल्टे नशा मुक्ति अभियान चलाकर
नशा मौत है समझाकर सबको भरमाती रहती।
नशीले उत्पादों की पैकेट पर देखिए,
नशे के खतरे लिखवाती, चेतावनी देती है।
हमारी सरकार गंभीर बहुत है,
नशे करने की छूट देकर
इलाज का भी इंतजाम करती है।
यह कैसी विडंबना है यारों,
सरकार ही सब कुछ करती है।
हमारे जीने की चिंता वो करती,
ये अलग बात है हमारे मरने का
ख्याल भी ज्यादा वही रखती है।
नशीले उत्पादों से काफी धन कमाती है,
उसी राजस्व से हमें सुविधाएं बाँटती है।
बचा कुछ भी पाती नहीं पर
उसकी उदारता तो देखते बनती है।
इसी बहाने करोड़ों को प्रत्यक्ष या परोक्ष,
रोजगार तो उपलब्ध कराती है।
नशा मुक्ति अभियान में भी,
खुले हाथ धन लुटाती।
साथ-साथ कीमती समय भी,
खुशी-खुशी व्यर्थ ही में गँवाती है।
हमारी सरकार बड़ी दयालु है,
हमारी चिंता का बोध कराती है।

✍ सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा, उ.प्र.
8115285921
©मौलिक, स्वरचित

Language: Hindi
391 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कहीं ख्वाब रह गया कहीं अरमान रह गया
कहीं ख्वाब रह गया कहीं अरमान रह गया
VINOD CHAUHAN
बता तुम ही सांवरिया मेरे,
बता तुम ही सांवरिया मेरे,
Radha jha
पल भर में बदल जाए
पल भर में बदल जाए
Dr fauzia Naseem shad
आदमी से आदमी..
आदमी से आदमी..
Vijay kumar Pandey
जीवन के रंगो संग घुल मिल जाए,
जीवन के रंगो संग घुल मिल जाए,
Shashi kala vyas
23/09.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/09.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
किसी नौजवान से
किसी नौजवान से
Shekhar Chandra Mitra
"आसानी से"
Dr. Kishan tandon kranti
कविता - 'टमाटर की गाथा
कविता - 'टमाटर की गाथा"
Anand Sharma
मेरी औकात
मेरी औकात
साहित्य गौरव
फिदरत
फिदरत
Swami Ganganiya
संस्कारों के बीज
संस्कारों के बीज
Dr. Pradeep Kumar Sharma
इंसान और कुता
इंसान और कुता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
मैने प्रेम,मौहब्बत,नफरत और अदावत की ग़ज़ल लिखी, कुछ आशार लिखे
Bodhisatva kastooriya
कुप्रथाएं.......एक सच
कुप्रथाएं.......एक सच
Neeraj Agarwal
Though of the day 😇
Though of the day 😇
ASHISH KUMAR SINGH
* याद कर लें *
* याद कर लें *
surenderpal vaidya
कोरोना काल मौत का द्वार
कोरोना काल मौत का द्वार
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*देखने लायक नैनीताल (गीत)*
*देखने लायक नैनीताल (गीत)*
Ravi Prakash
!! मन रखिये !!
!! मन रखिये !!
Chunnu Lal Gupta
💐प्रेम कौतुक-371💐
💐प्रेम कौतुक-371💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मैं भी क्यों रखूं मतलब उनसे
मैं भी क्यों रखूं मतलब उनसे
gurudeenverma198
फल आयुष्य
फल आयुष्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल /
ग़ज़ल /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
అదే శ్రీ రామ ధ్యానము...
అదే శ్రీ రామ ధ్యానము...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
घाट किनारे है गीत पुकारे, आजा रे ऐ मीत हमारे…
घाट किनारे है गीत पुकारे, आजा रे ऐ मीत हमारे…
Anand Kumar
बदी करने वाले भी
बदी करने वाले भी
Satish Srijan
*नासमझ*
*नासमझ*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Tum makhmal me palte ho ,
Tum makhmal me palte ho ,
Sakshi Tripathi
■  आज का लॉजिक
■ आज का लॉजिक
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...