Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Mar 2019 · 1 min read

नवगीत

राजनीति की चाय
****************

उड़न खटोले
पर बैठी है
राजनीति की चाय

शुभचिंतक की
कुशल-क्षेम की
फूट गई है आँख
अफवाहों की
पूँजी की बस
फुदक रही है पाँख
घपलेबाजी
जुटा रही है
राजनीति की राय

फिर चुनाव की
बैसाखी पर
हर वादा आरूढ़
कुछ थाली के
बैंगन भी हैं
कुछ चमचे हैं गूढ़
भटकी मुद्दों
की मथुरा में
राजनीति की गाय

गांधी टोपी
पहन लँगोटी
टहल रही है गाँव
आसमान पर
जमे हुये हैं
उसके सक्षम पाँव
मत का बटुआ
ढूँढ़ रही है
राजनीति की आय

शिवानन्द सिंह ‘सहयोगी’
मेरठ

Language: Hindi
476 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दोहे- अनुराग
दोहे- अनुराग
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भूल जाते हैं मौत को कैसे
भूल जाते हैं मौत को कैसे
Dr fauzia Naseem shad
बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे,
बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे,
प्रदीप कुमार गुप्ता
दोष उनका कहां जो पढ़े कुछ नहीं,
दोष उनका कहां जो पढ़े कुछ नहीं,
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
जो गर्मी शीत वर्षा में भी सातों दिन कमाता था।
जो गर्मी शीत वर्षा में भी सातों दिन कमाता था।
सत्य कुमार प्रेमी
मिलने को उनसे दिल तो बहुत है बेताब मेरा
मिलने को उनसे दिल तो बहुत है बेताब मेरा
gurudeenverma198
ਅੱਜ ਮੇਰੇ ਲਫਜ਼ ਚੁੱਪ ਨੇ
ਅੱਜ ਮੇਰੇ ਲਫਜ਼ ਚੁੱਪ ਨੇ
rekha mohan
मुझे मुझसे हीं अब मांगती है, गुजरे लम्हों की रुसवाईयाँ।
मुझे मुझसे हीं अब मांगती है, गुजरे लम्हों की रुसवाईयाँ।
Manisha Manjari
आदान-प्रदान
आदान-प्रदान
Ashwani Kumar Jaiswal
मछली कब पीती है पानी,
मछली कब पीती है पानी,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
स्वयं में ईश्वर को देखना ध्यान है,
स्वयं में ईश्वर को देखना ध्यान है,
Suneel Pushkarna
जात आदमी के
जात आदमी के
AJAY AMITABH SUMAN
स्वरचित कविता..✍️
स्वरचित कविता..✍️
Shubham Pandey (S P)
*संस्मरण*
*संस्मरण*
Ravi Prakash
प्रीति क्या है मुझे तुम बताओ जरा
प्रीति क्या है मुझे तुम बताओ जरा
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
निर्माण विध्वंस तुम्हारे हाथ
निर्माण विध्वंस तुम्हारे हाथ
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
3155.*पूर्णिका*
3155.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
छोड़ जाते नही पास आते अगर
छोड़ जाते नही पास आते अगर
कृष्णकांत गुर्जर
नफ़रत
नफ़रत
विजय कुमार अग्रवाल
Dont judge by
Dont judge by
Vandana maurya
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अलिकुल की गुंजार से,
अलिकुल की गुंजार से,
sushil sarna
नारायणी
नारायणी
Dhriti Mishra
नन्ही परी
नन्ही परी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
* चाहतों में *
* चाहतों में *
surenderpal vaidya
कांटें हों कैक्टस  के
कांटें हों कैक्टस के
Atul "Krishn"
हमदम का साथ💕🤝
हमदम का साथ💕🤝
डॉ० रोहित कौशिक
🙅याद रहे🙅
🙅याद रहे🙅
*Author प्रणय प्रभात*
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
Seema gupta,Alwar
Loading...