नयन
नयन/
निगाहें
नयनों के तीर से हम उनके घायल हो गये,
वो देख देख हमे हमारे हुश्न के परवाने हो गये।।।
निगाहों से निगाहें मिली हम दोनों दीवाने हो गये,
वो हमारे प्यार में दुनियां में मशहूर जाने माने हो गये।।।।।
पलकों पर हम सपने सुहाने सजा गये,
नीदों में वो हमें मधुर गीत सुनाने आ गये।।।।।
बैचेन सी इन रातों को उनके बाहों में गुजारने के जमाने आ गये,
एक पल ही सही लेकिन वो इश्क के बहाने करीब आ गये।।।।।
अदाओ से हम उन्हें खिंचे है अपनी ओर धीरे धीरे,
मन उनका बावरा था तड़पाने में वो माहिर हो गये।।।।
नयनों से नयनों का मिलन बड़ा गजब हो गया,
हजारों के बीच हम खुद दिल बचाने में नाकाम हो गये।।।
रचनाकार
गायत्री सोनू जैन
मंदसौर