Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Oct 2020 · 1 min read

नयन हुए दो चार, जागी प्रीत पुरानी

सम्मुख पड़ी सांवरी सूरत, सुध-बुध सब विसराई
रोम रोम रोमांच हुआ, पलक नहीं झपकाई
देखत आनन मौन हुआ, बोलन लागे नैन
नयन नयन में हो गए, मीठे मीठे वैन
नयन हुए दो चार, जागी प्रीत पुरानी
तन मन दोनों हुए प़फुल्लित, प्रीत न हृदय समानी
देख रहे थे एकटक दोनों, पलक नहीं झपकानी
बने हुए हैं एक दूजे को, मन ही मन पहचानी
दृगों से अंतस उतर गईं, दो आत्माएं अंजानी

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
7 Likes · 1 Comment · 256 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
शायरी
शायरी
goutam shaw
मां तेरा कर्ज ये तेरा बेटा कैसे चुकाएगा।
मां तेरा कर्ज ये तेरा बेटा कैसे चुकाएगा।
Rj Anand Prajapati
बुढ्ढे का सावन
बुढ्ढे का सावन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"तापमान"
Dr. Kishan tandon kranti
सारी तल्ख़ियां गर हम ही से हों तो, बात  ही क्या है,
सारी तल्ख़ियां गर हम ही से हों तो, बात ही क्या है,
Shreedhar
It's not that I forget you
It's not that I forget you
Faza Saaz
जिस्म से जान जैसे जुदा हो रही है...
जिस्म से जान जैसे जुदा हो रही है...
Sunil Suman
छह दिसबंर / MUSAFIR BAITHA
छह दिसबंर / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
प्रकाश परब
प्रकाश परब
Acharya Rama Nand Mandal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
*****सूरज न निकला*****
*****सूरज न निकला*****
Kavita Chouhan
उन यादों को
उन यादों को
Dr fauzia Naseem shad
अनेकता में एकता 🇮🇳🇮🇳
अनेकता में एकता 🇮🇳🇮🇳
Madhuri Markandy
दिलो को जला दे ,लफ्ज़ो मैं हम वो आग रखते है ll
दिलो को जला दे ,लफ्ज़ो मैं हम वो आग रखते है ll
गुप्तरत्न
प्रीति के दोहे, भाग-1
प्रीति के दोहे, भाग-1
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दीवार में दरार
दीवार में दरार
VINOD CHAUHAN
जिनके नौ बच्चे हुए, दसवाँ है तैयार(कुंडलिया )
जिनके नौ बच्चे हुए, दसवाँ है तैयार(कुंडलिया )
Ravi Prakash
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
Buddha Prakash
आज हम याद करते
आज हम याद करते
अनिल अहिरवार
भर लो नयनों में नीर
भर लो नयनों में नीर
Arti Bhadauria
मसीहा उतर आया है मीनारों पर
मसीहा उतर आया है मीनारों पर
Maroof aalam
हर पल ये जिंदगी भी कोई ख़ास नहीं होती।
हर पल ये जिंदगी भी कोई ख़ास नहीं होती।
Phool gufran
होती नहीं अराधना, सोए सोए यार।
होती नहीं अराधना, सोए सोए यार।
Manoj Mahato
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
कृष्णकांत गुर्जर
3134.*पूर्णिका*
3134.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Mahadav, mera WhatsApp number save kar lijiye,
Mahadav, mera WhatsApp number save kar lijiye,
Ankita Patel
ये आँखें तेरे आने की उम्मीदें जोड़ती रहीं
ये आँखें तेरे आने की उम्मीदें जोड़ती रहीं
Kailash singh
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...