“नन्ही चिडीया”
चिव चिव चिव करती है ,
आगंन मे आ जाती है.
छोटीसी अपने चोच से,
चावल का दाणा उठाती है…
चिव चिव चिव करती है ,
रस्सी पे बैठ जाती है.
रस्सी के हर धागे को,
अपनी चोच से नीकालती है…
चिव चिव चिव करती है ,
घर के अदंर आ जाती है.
आईने मे खुद को देखकर,
खुद ही शर्मा जाती है…
चिव चिव चिव करती है ,
फोटो के पीछे चूप जाती है.
चुपकेसे अपने बच्चो को,
खाना वो खीलाती है…
चिव चिव चिव करती है ,
सब को वो भा जाती है.
बच्चे बडे होने के बाद,
घर को छोड चले जाती है…